लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि राम का नाम लेकर सत्ता में आई भाजपा के राज में रामकथा का आयोजन करना भी अपराध बन गया है। कन्नौज के एक गांव में घटी घटना से तो यही साबित होता है कि अब रामकथा या तो अफसरशाही की मर्जी का मोहताज बनेगी या फिर उसका आयोजन होने ही नहीं दिया जाएगा।
योगीजी के राज में रामकथा का आयोजन करने वाले की अच्छी-खासी पिटाई भी होगी। समाजवादी पार्टी कोई आरोप नहीं लगा रही है यह सच है। कन्नौज के हथिनी गांव में 16 मई 2018 को रामायण पाठ के साथ रामकथा का भी आयोजन था। यह कार्यक्रम शाम तक ही चलना था।
मुझे जो जानकारी मिली है उसके अनुसार जहां पर राम कथा का आयोजन था उधर से गुजर रहे एक एसडीएम साहब को यह सब नागवार गुजरा और उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लगे माइक को हटाने के साथ वहां रखे सामान को भी तोड़फोड़ दिया। समाजवादी पार्टी एसडीएम के इस तानाशाही रवैए की भर्त्सना करती है और इस कांड की जांच के पूर्व एसडीएम को तत्काल निलंबित करने की मांग करती है।
रामकथा के आयोजन में विघ्न डालकर भाजपा ने जता दिया है कि उसकी धार्मिकता और राम मंदिर बनाने की बातें सिर्फ दिखावा है। उसका पहला और अंतिम लक्ष्य सिर्फ सत्ता का दुरुपयोग करना है।