UP News : सरधना थाना क्षेत्र के इकड़ी गांव की रहने वाली एक नाबालिग ने सरकारी सिस्टम की लापरवाही के चलते सीएचसी के बाहर बेंच पर मृत शिशु को जन्म दिया। पीड़िता के परिवार का आरोप है कि वह अपनी 7 माह की गर्भवती बेटी को पुलिस के साथ सरधना सीएचसी लेकर गए। वहां का स्टाफ एसी में सो रहा था, उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
लिहाजा यौन शोषण की शिकार 13 साल की नाबालिग सरकारी सिस्टम की लापरवाही के चलते जिंदगी और मौत से झूल रही है। इस मामले के संज्ञान मैं आते ही डीएम ने जांच कमेटी गठित कर दी है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और पोस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है।
सरधना के इकड़ी गांव की नाबालिग अपने पड़ोस के रहने वाले 41 वर्षीय सुभाष की हवस का शिकार बन गई। सुभाष ने अपने पड़ोस की रहने वाली 13 साल की किशोरी पर बुरी नजर रखी। पीड़िता के माता-पिता दोनों काम के लिए घर से बाहर जाते हैं, लगभग 8 माह पहले सुभाष ने किशोरी को घर में अकेला पाकर उसका यौन शोषण किया, इतना ही नहीं, उसके साथ दुराचार का वीडियो भी बना लिया।
इसी वीडियो का भय दिखाकर वह नाबालिग से रेप करता रहा। सुभाष ने किशोरी को धमकी भी दी कि यदि इस बारे में किसी को बताया तो वह यह वीडियो उसके माता-पिता को भेज देगा, समाज में उसकी बदनामी करवा देगा।
पीड़िता घर में उदास रहने लगी, परेशान होने पर परिजनों ने पूछा छो वह टाल देती। पीड़िता के पेट में दर्द रहने लगा, उसने मां से कहा कि बहुत दर्द है, ऐसा लगता है कि कीड़े रेंग रहे है। परिजनों को सपने में भी आभास नहीं था कि बेटी गर्भवती है, बच्चा पेट में घूम रहा है। परिजन उसको डॉक्टर के पास ले गए।
डॉक्टर ने पेट में सूजन बताकर उपचार शुरू कर दिया। आराम आता न देकर अल्ट्रासाउंड करवाया गया, जिसमें वह 6 माह की गर्भवती निकली। परिजनों ने सख्ती से पूछा तो बताया कि पड़ोस के रहने वाले सुभाष ने उसका बलात्कार किया है और चुप रहने की धमकी दी थी। इस बीच नाबालिग को 7 माह पूरे हो गए। सुभाष पहले से शादीशुदा बच्चों वाला है, परिजनों ने सुभाष को उसकी करतूत के बारे में बताया तो उल्टा उसने पीड़िता के परिजनों को धमकी दे डाली कि वह इस बारे में मुंह खोला तो वह नाबालिग के भाई की जान ले लेगा।
परिजनों ने पुलिस से इसकी शिकायत की। पीड़िता की हालत बिगड़ गई, पुलिस को साथ लेकर वह सरधना सीएचसी पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने स्टाफ से मिन्नतें की कि बेटी को भर्ती कर ले। वहां मौजूद स्टाफ एसी से बाहर नहीं आया, लिहाजा बेंच पर नाबालिग ने मृत शिशु को जन्म दे दिया। सीएचसी में हड़कंप मच गया। पुलिस ने घटनाक्रम की जानकारी अपने आला अधिकारियों को दी।
पुलिस ने सुभाष के खिलाफ दुष्कर्म और पोस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है। मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि पीड़िता ने सीएचसी के अंदर पहुंचने से पहले मृत बच्चे को जन्मा था। मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने घटना की जांच के लिए एडीएम वित्त सूर्यकांत त्रिपाठी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी 48 घंटे के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट देंगे।