बाराबंकी/ लखनऊ। ‘देश बचाओ, देश बनाओ’ कार्यक्रम में शिरकत के लिए बुधवार को लखनऊ से फैजाबाद जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का काफिला बाराबंकी स्थित टोल प्लाजा पर पथकर दिए बगैर निकल गया। अखिलेश ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए इसकी भरपाई की बात कही है।
अहमदपुर टोल प्लाजा के प्रबंधक अरुणेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश के काफिले में करीब 200 वाहन टोल प्लाजा से बिना शुल्क दिए निकले थे। इस कारण करीब 17,000 रुपए के राजस्व की क्षति हुई है।
इस बीच लखनऊ में संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस संबंध में सवाल करने पर अखिलेश ने मीडिया पर तंज करते हुए कहा कि आपने 200 गाड़ियां क्यों कही? आपको तो एक हजार बताना चाहिए था। हम एक हजार गाड़ियों का पैसा देने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) का सीसीटीवी फुटेज होगा या टोल प्लाजा के प्रबंधक होंगे, अगर वे मेरे पास विवरण भेज देंगे तो हम उतनी गाड़ियों का पैसा यहां से भेज देंगे। हम अपनी गलती स्वीकार कर लेते हैं।
‘वीआईपी कल्चर’ के प्रति आसक्ति के बारे में सवाल पर सपा अध्यक्ष ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह बताइए कि सरकार बनने के बाद किस पार्टी के सबसे ज्यादा विधायक हूटर और लालबत्ती लगाकर पकड़े गए थे।
अहमदपुर टोल प्लाजा के प्रबंधक चौहान ने कहा कि टोल प्लाजा प्रशासन को पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला गुजरने की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री के लिए पथकर में कोई छूट नहीं है।
पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह ने इस बारे में पूछे जाने पर बताया कि उनके पास मामले की अभी तक किसी प्रकार की शिकायत नहीं आई है। शिकायत आने पर नियमत: कार्रवाई की जाएगी। (भाषा)