After the incidents of vandalism Chief Minister Siddaramaiah warned : कर्नाटक में साइन बोर्ड पर कन्नड भाषा में जानकारी प्रदर्शित करने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ गुरुवार को चेतावनी जारी की और कहा कि विरोध कोई भी कर सकता है, लेकिन सरकारी या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
बेंगलुरु में बुधवार को कन्नड समर्थक संगठन कर्नाटक रक्षणा वेदिके (टीए नारायण गौड़ा गुट) के कार्यकर्ताओं द्वारा ऐसी दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई, जहां साइन बोर्ड, विज्ञापन और नाम पट्टिकाएं कन्नड़ भाषा में नहीं थीं। मुख्यमंत्री इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। कर्नाटक रक्षणा वेदिके मांग कर रहा है कि साइन बोर्ड पर कन्नड़ भाषा के लिए 60 प्रतिशत जगह होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने तोड़फोड़ की निंदा करते हुए कहा, हम विरोध-प्रदर्शन के खिलाफ नहीं हैं। हम अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाले या न्याय की मांगने वाले किसी भी व्यक्ति का विरोध नहीं करेंगे, लेकिन कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साइन बोर्ड पर कन्नड़ को स्थान देने संबंधित नियमों के कार्यान्वयन पर चर्चा करने के लिए उन्होंने गृहमंत्री के साथ बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका और पुलिस अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा, कन्नड़ बोर्ड जरूरी हैं। यह कन्नड़ प्रदेश है और यहां बोर्ड कन्नड़ में होने चाहिए। हम अन्य भाषाओं के विरोधी नहीं हैं, लेकिन कन्नड़ प्रमुख होनी चाहिए।
उपद्रव के बाद गिरफ्तार किए गए कर्नाटक रक्षणा वेदिके के अध्यक्ष नारायण गौड़ा सहित 29 से अधिक कन्नड़ कार्यकर्ताओं को बेंगलुरु की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने 10 जनवरी तक 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour