बिहार शरीफ। मद्य निषेध वाले राज्य बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के मुख्यालय में जहरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौत हो गई है। जान गंवाने वाले सभी चार लोगों की उम्र 50 से 55 साल के बीच थी।
पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। जान गंवाने वाले सभी चार लोगों की उम्र 50 से 55 साल के बीच थी और ये लोग सोहसराय थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी और पहाड़ तल्ली इलाके के रहने वाले थे। परिवार वालों का दावा है कि शुक्रवार देर रात शराब का सेवन करने के बाद चारों बीमार पड़ गए और इसके बाद उनकी मौत हो गई।
बिहार शरीफ के उप मंडल अधिकारी कुमार अनुराग ने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की और कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही शराब सेवन करने की पुष्टि हो सकेगी। बिहार में अप्रैल, 2016 में शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, हालांकि इस पर अमल को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं।
पिछले साल दीपावली के आसपास बिहार के चार जिलों में अवैध शराब ने 40 से अधिक लोगों की जान ले ली थी। इन जिलों में से एक था पश्चिम चंपारण। ताजा घटना के बाद शुक्रवार को पश्चिमी चंपारण से भाजपा सांसद संजय जायसवाल को लेकर जद (यू) के प्रवक्ता ने तीखी टिप्पणी की जिस पर राज्य भाजपा अध्यक्ष जायसवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई।
जायसवाल ने एक फेसबुक पोस्ट के साथ यह दावा किया कि उन्होंने हमले को मुख्यमंत्री की पार्टी से आने के रूप में लिया और कहा कि उनकी निंदा करने वाले अभिषेक झा जद (यू) के आधिकारिक प्रवक्ता थे।
जायसवाल ने कहा कि वह शराब के खिलाफ कानून की समीक्षा करने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि इस कानून को भले ही नेक इरादे से बनाया गया हो, लेकिन इसके लागू होने के बाद से राज्य का नाम खराब हुआ है।(भाषा)