प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने शनिवार को पंजाब में प्रकाशसिंह बादल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक समय सभी क्षेत्रों में आगे रहने वाला प्रदेश अब पिछड़ गया है।
यहां अपने गृहनगर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने मतदाताओं से आह्वान किया कि वर्तमान सरकार को हटाकर प्रदेश की सत्ता में कांग्रेस को वापस लाएं।
उन्होंने रैली में कहा कि कुछ साल पहले तक पंजाब सोने की भूमि था। कई साल तक प्रदेश अग्रणी रहा और यहां खेती, औद्योगिक क्षेत्र एवं खाद्य उत्पादन में अद्भुत कार्य हुआ। सिंह ने कहा कि सभ्याचार (संस्कृति) में देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में इसका कोई सानी नहीं है, लेकिन अब यह पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि देश का नंबर एक राज्य होने के बाद पंजाब नीचे आ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके लिए राज्य की अकाली दल-भाजपा सरकार जिम्मेदार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां तक कि छोटा और पड़ोसी राज्य हरियाणा भी पंजाब से आगे निकल गया है। नवंबर 1966 में पंजाब से हरियाणा को अलग किया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि पंजाब की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और उस पर 1.20 लाख करोड़ रुपए का भारी भरकम कर्ज है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बादल सरकार राज्य को विकास परियोजनाओं के लिए दिए गए धन का उचित तरह से इस्तेमाल करने और गंभीरता से उसे लागू करने में विफल रही है।
प्रधानमंत्री ने अपने करीब 35 मिनट के भाषण में पंजाबी भाषा का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2002 से 2007 के बीच कांग्रेस की सरकार के दौरान तेज गति से विकास हुआ था। वहीं अकाली दल नीत सरकार में कम विकास हुआ। इस दौरान बिजली की समस्या और बेरोजगारी बढ़ी है। प्रधानमंत्री सिंह ने कहा कि अकाली दल की सरकार में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों की पूरी तरह अनदेखी की गई।
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने हमेशा पंजाब के हित को ध्यान में रखा है। केंद्र सरकार ने प्रदेश में परियोजनाओं के आवंटन में उदार रवैया अपनाया है। सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने प्रदेश को एंबुलेंसों की सुविधा देने के साथ ही 2700 डॉक्टरों और अर्धचिकित्सकीय स्टाफ देने के साथ 126 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए हैं।
उन्होंने कहा कि हमने रोपड़ में एक आईआईटी मोहाली में भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान और भटिंडा में केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित किया तथा अमृतसर के मेडिकल कॉलेज को 150 करोड़ रुपए की लागत से उन्नत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी महती आकांक्षा है कि अमृतसर में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय हो, लेकिन राज्य सरकार ने इस लिहाज से जमीन मुहैया कराने में असमर्थता जता दी।
सशक्त लोकपाल : प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार की समस्या के समाधान के लिए बहुआयामी प्रयासों पर जोर देते हुए कहा है कि उनकी सरकार सशक्त लोकपाल कानून को लेकर प्रतिबद्ध है। मनमोहन ने एक चुनावी सभा में कहा कि संप्रग सरकार भ्रष्टाचार से निपटने को लेकर प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एक गंभीर समस्या है, जिसे बहुआयामी प्रयासों के जरिए निपटना होगा। इस बीमारी को खत्म करने के लिए हमारी ओर से प्रयास जारी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एक सशक्त लोकपाल को लेकर प्रतिबद्ध हैं। इस संदर्भ में एक विधेयक लोकसभा में पारित किया गया, लेकिन राज्यसभा में ऐसा नहीं हो सका। भविष्य में हम सशक्त लोकपाल को लेकर आशावान हैं। (भाषा)