Imane Khelif Father Shows Official Documents : पेरिस ओलंपिक में एक बड़े विवाद ने जगह ली जब महिलाओं के 66 किग्रा (वेल्टरवेट) मुक्केबाजी इवेंट के एक मुकाबले में अल्जीरियाई बॉक्सर इमान खलीफ पर कई तरह के आरोप लगे कि ट्रांसजेंडर हैं 'Female Born' नहीं हैं, उन्हें महिलाओं के इवेंट में खेलने का मौका कैसे दिया। दरअसल वे चर्चा में तब आईं जब उनकी विरोधी इटली की एंजेला कैरिनी (Angela Carini) ने जोरदार मुक्के पड़ने के बाद 46 सेकंड में ही हार मान ली और पीछे मुकाबले से यह कहकर पीछे हट गई कि मुझे अपनी हेल्थ की परवाह है मैं उसके सामने नहीं खेल सकी।
इसके बाद जेंडर को लेकर भी इमान पर कई आरोप लगाए, उन्हें ट्रोल भी किया गया, साथ साथ ओलंपिक आयोजकों की भी आलोचना हुई। इस वक्त इस खबर ने खेल जगत को हिला कर रख दिया है और दो हिस्सों में बांट दिया है। यह हर जगह बहस का विषय बना हुआ है। इसी बीच इमान खलीफ के पिता ने मौजूदा ओलंपिक विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पुष्टि की है कि अल्जीरियाई मुक्केबाजी स्टार Imane Khelif 'महिला' पैदा हुई थी।
पिछले साल दिल्ली में 'Eligibility Test' में फैल हो गईं थी इमान खलीफ
इमान खलीफ एक प्रसिद्ध अल्जीरियाई मुक्केबाज हैं जिन्होंने IBA की 2022 विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मैडल जीता था। ज्यादा टेस्टोस्टेरोन लेवल के कारण IBA ने ही उन्हें पिछले साल नई दिल्ली, भारत में महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप से डिसक्वालिफाई कर दिया था।
उन पर चीन की येंग लियू (Yang Liu) के खिलाफस्वर्ण पदक मुकाबले से कुछ घंटे पहले प्रतिबंध लगा दिया गया। उसके बाद IBA के Eligibility Test को पूरा करने में विफल रहने के बाद यांग लियू का कांस्य पदक (Bronze Medal) भी छीन लिया गया था, जो XY Chromosome वाले एथलीटों को महिला वर्ग में भाग लेने से रोकता है।
जब यह खबर सामने आई जो सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया और कहा गया कि इटली की मुक्केबाज के साथ गलत हुआ है लेकिन इमान के पिता अमर खेलिफ़ ने 2 मई 1999 का एक आधिकारिक दस्तावेज़ दिखाया, जिसमें पुष्टि की गई कि वह एक लड़की के रूप में ही पैदा हुई थी।
इमान के पिता ने आलोचकों का किया मुंह बंद
उन्होंने अपनी बेटी की चल रही आलोचना की तीखी आलोचना की, साथ ही यह भी आशा भी व्यक्ति की कि वह अब ओलंपिक स्वर्ण ही जीते। मेल ऑनलाइन से बात करते हुए उन्होंने कहा, ''उनकी बेटी के खिलाफ हमले अनैतिक हैं, यह उचित नहीं है।
इमान के पिता स्काई न्यूज़ अमर खलीफ ने स्काई न्यूज़ कहा, "मेरी बच्ची एक लड़की है। उसका पालन-पोषण एक लड़की के रूप में हुआ। वह एक मजबूत लड़की है। मैंने उसे मेहनती और बहादुर बनाया। उसमें काम करने और प्रशिक्षण लेने की दृढ़ इच्छाशक्ति है।"
उन्होंने आगे कहा "उसे जिस इटली प्रतिद्वंद्वी का सामना करना पड़ा वह मेरी बेटी को हराने में असमर्थ थी क्योंकि मेरी बेटी मजबूत थी और वह सॉफ्ट थी।
“इमान एक लड़की है जिसे छह साल की उम्र से ही खेल पसंद है, वह फुटबॉल खेलती थी। इन आलोचकों और अफवाहों का उद्देश्य इमान को अस्थिर करना है, वे नहीं चाहते कि वह दुनिया की चैंपियन बने।
"मैं उससे कहता हूं कि रिंग में उन्हें गलत साबित करो और मुझे उम्मीद है कि वह अल्जीरिया और अरबी देशों का सम्मान करेगी और स्वर्ण पदक जीतेगी। वह हमारी आदर्श हैं और हम उनके जैसा बनना चाहते हैं और अल्जीरिया और टायरेट का सम्मान करना चाहते हैं।''
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) का इमान को फुल सपोर्ट
इमान खलीफ अल्जीरिया की मुक्केबाज हैं और वे ट्रांसजेंडर नहीं हैं। वे जन्म से महिला ही थीं लेकिन उन्हें सेक्स डेवलपमेंट के कारण उनके पास XY क्रोमोसोम हैं और पुरुषों के समान टेस्टोस्टेरोन लेवल है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) और पेरिस 2024 मुक्केबाजी यूनिट ने इमान का समर्थन किया है और एक स्टेटमेंट में जारी कर कहा कि पेरिस 2024 खेलों में भाग लेने वाले हर एक एथलीट ने उनके नियमों का पालन किया है। इमान के पासपोर्ट में भी जेंडर में महिला ही लिखा हुआ है।
अपने अगले मैच में 25 वर्षीय अल्जीरियाई इमाने खलीफ़ का सामना 23 हंगेरियन मुक्केबाज अन्ना लुका हमोरी से होगा। हमोरी ने अपनी चिंता जताई है और कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि यह उचित है कि उनकी अगली प्रतिद्वंद्वी इमाने खलीफ़ ओलंपिक में महिला वर्ग में भाग ले रही हैं।
किस से होगा Imane Khelif का अगला मुकाबला?
अपने अगले मैच में 25 वर्षीय अल्जीरियाई इमान का सामना 23 हंगेरियन मुक्केबाज ऐना लुका हमोरी (Hungarian boxer Anna Luca Hamori) से होगा। हमोरी ने अपनी चिंता जताई है और कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि यह उचित है कि उनकी अगली प्रतिद्वंद्वी Imane Khelif ओलंपिक में महिला वर्ग में भाग ले रही हैं।
हमोरी ने पहले 2018 युवा ओलंपिक खेलों में भाग लिया था और 2022 यूरोपीय चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था, उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि वह इमान खलीफ के लिए महिला वर्ग में लड़ना अनुचित मानती हैं। अपनी चिंताओं के बावजूद, उसने कसम खाई कि जब तक मैं लड़ सकती हूं, लड़ती रहूंगी।
उन्होंने कहा, "मेरी विनम्र राय में, मुझे नहीं लगता कि यह उचित है कि यह प्रतियोगी महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर सके। "लेकिन मैं अब इसके बारे में चिंता नहीं कर सकती। मैं इसे बदल नहीं सकती, यह जीवन है।"