कार्तिक मास कब होगा आरंभ : जानिए यह माह क्यों माना जाता है सबसे खास, 10 बड़ी बातें

Webdunia
शनिवार, 8 अक्टूबर 2022 (16:12 IST)
Kartik Maas 2022: आश्‍विन माह की शरद पूर्णिमा के बाद कार्तिक मास प्रारंभ होता है। हिन्दू धर्म में इस माह का खासा महत्व है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह माह 10 अक्टूबर 2022 सोमवार से प्रारंभ होगा, जो अगले माह 8 नवंबर तक चलेगा। कार्तिक मास को क्यों माान जाता है खास, क्या करना चाहिए इस माह में आओ जानते हैं 10 बड़ी बातें।
 
कार्तिक मास का महत्व | Kartik Maas ka Mahatva:
 
- जिस तरह श्रावण माह भगवान शिव के लिए हैं उसी तरह कार्तिक और पुरुषोत्तम मास भगवान विष्णु का विशेष माहीना है।
 
- इस माह में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा होती है। 
 
- कार्तिक मास को पुण्य मास कहा जाता है।
 
- जो फल सामान्य दिनों में एक हजार बार गंगा स्नान का होता है, वही फल कार्तिक माह में सूर्योदय से पूर्व किसी भी नदी में स्नान करने से प्राप्त हो जाता है। 
 
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन जो भी दान दिया जाता है उसका कई करोड़ों गुना फल प्राप्त होता है। मान्यता है कि इस दिन व्यक्ति जो कुछ दान करता है वह उसके लिए स्वर्ग में सुरक्षित रहता है। 
 
- इस मास में भगवान विष्णु जल के अंदर निवास करते हैं। इसलिए नदियों एवं तलाब में स्नान करने से भगवान विष्णु की पूजा का पुण्य प्राप्त होता है। 
 
- पुराणों के अनुसार इसी माह में भगवान विष्णु ने सृष्टि की रक्षा के लिए मत्स्य अवतार धारण किया था।
 
- कार्तिक मास में गंगा स्नान, दीप दान, हवन, यज्ञ करने से सांसारिक पापों से मुक्ति मिलती है।
 
- कार्तिक मास में विष्णु सहस्त्रनाम के जाप की विशेष महिमा बताई गई है।
 
- कार्तिक मास स्नान की शुरुआत शरद पूर्णिमा से होती है और इसका समापन कार्तिक पूर्णिमा को होता है।
कार्तिक मास के 10 सरल उपाय | Kartik maas ke upay:
 
1. दीपदान करें : इस माह में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, यमदेव और पीपल देव के समक्ष और जलाशयन दीपक जलाने से सभी तरह के संकट मिट जाते हैं और घर में सुख शांति आती है। साथ ही नदी में दीपक प्रवाहित करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। दीपदान करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
 
2. माता लक्ष्मी को भोग लगाएं : माता लक्ष्मी को खीर पसंद है। इस माह में उन्हें प्रतिदिन खीर का भोग लगाने से धन की हानि नहीं होती है और धन समृद्धि बढ़ती हैं। इसी माह में दीपावली के दिन माता की विशेष पूजा होती है।
 
3. तुलसी पूजा : इस माह में तुलसी की पूजा, सेवन और सेवा करने का बहुत ही ज्यादा महत्व है। इस कार्तिक माह में तुलसी पूजा का महत्व कई गुना माना गया है। तुलसी की पूजा भगवान शालिग्राम के साथ ही करना चाहिए। इससे सभी तरह के रोग और शोक मिट जाते हैं और जीवन में सुख शांति बढ़ जाती है। कार्तिक माह में कार्तिक प्रबोधिनी एकादशी पर तुलसी विवाह भी होता है।
 
4. नदी स्नान : इस मास में श्री हरि जल में ही निवास करते हैं। अत: इस माह में पवित्र नदी में स्नान करने बहुत ज्यादा महत्व है। मदनपारिजात के अनुसार कार्तिक मास में इंद्रियों पर संयम रखकर चांद-तारों की मौजूदगी में सूर्योदय से पूर्व ही पुण्य प्राप्ति के लिए स्नान नित्य करना चाहिए।
 
5. सूर्य को अर्घ्‍य देना : इस माह में सूर्योदय के समय सूर्य को अर्घ्य देने से सभी तरह के दोष दूर हो जाते हैं।
 
6. भूमि शयन : कार्तिक मास में भूमि पर सोना लाभदायक माना गया है। इससे मन में सात्‍विकता का भाव पैदा होता है और अन्‍य तरह के विकार समाप्‍त हो जाते हैं।
 
7. पीला कपड़ा : यदि आप नौकरी या कारोबार में तरक्की चाहते हैं तो कार्तिक माह के किसी गुरुवार के दिन तुलसी के पौधे पर पीला रंग का कपड़ा बांध दें। इसे कारोबार में उन्नती और नौकरी में प्रमोशन मिलता है।
 
8. तुलसी के 11 पत्ते : कार्तिक माह में घर में तुलसी का पौधा लगाना चाहिए और भगवान विष्णु के चित्र या मूर्ति पर तुलसी के 11 पत्तों को बांध दें। ऐसा करने से घर में कभी भी धन- संपत्ति की कमी नहीं रहेगी।
 
9. आटे में तुलसी के पत्ते : तुलसी के 11 पत्ते लेकर उन्हें घर के आटे के बर्तन में डाल दें। इससे घर में शुभ परिवर्तन होंगे।
 
10. शुक्रवार की पूजा : कार्तिक माह के सभी शुक्रवार को मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने से धन-संपदा की प्राप्ति के साथ दांपत्य जीवन भी खुशहाल होता है।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

पढ़ाई में सफलता के दरवाजे खोल देगा ये रत्न, पहनने से पहले जानें ये जरूरी नियम

Yearly Horoscope 2025: नए वर्ष 2025 की सबसे शक्तिशाली राशि कौन सी है?

Astrology 2025: वर्ष 2025 में इन 4 राशियों का सितारा रहेगा बुलंदी पर, जानिए अचूक उपाय

बुध वृश्चिक में वक्री: 3 राशियों के बिगड़ जाएंगे आर्थिक हालात, नुकसान से बचकर रहें

ज्योतिष की नजर में क्यों है 2025 सबसे खतरनाक वर्ष?

सभी देखें

धर्म संसार

23 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

23 नवंबर 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

Vrishchik Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi: वृश्चिक राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष माह की 20 खास बातें

Kaal Bhairav Jayanti 2024: काल भैरव जयंती कब है? नोट कर लें डेट और पूजा विधि

अगला लेख
More