न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक समेत शोधकर्ताओं ने ऐसे नए किफायती परीक्षण की खोज की है जिसमें ऐसे लोगों में सुप्त एचआईवी (HIV) का आसानी से पता लगा सकता है जो इस रोग से उबर चुके हैं। फिर से प्रकोप फैलाने वाले एचआईवी वायरस का पता लगाने के लिए इस समय मौजूद सर्वश्रेष्ठ परीक्षण क्वांटिटेटिव वायरल आउटग्रोथ एसे ‘क्यू-वीओए’ है।
टीजेडए नाम का नया परीक्षण ऐसे जीन की पहचान करता है जो एचआईवी के फिर से प्रकोप के समय ही मौजूद होता है। पुराने परीक्षण के परिणाम के लिए दो हफ्ते लगते हैं तो नई जांच एक हफ्ते में ही नतीजा बता देती है।
इसकी लागत भी क्यू-वीओए से एक तिहाई है। इसमें रक्त की मात्रा भी कम चाहिए होती है। इस अनुसंधान में यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग में प्रोफेसर और भारतीय मूल की फाल्गुनी गुप्ता शामिल रही हैं।