अश्विन माह में श्राद्ध पक्ष की समाप्ति के बाद शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ हो जाता है। इस वर्ष 7 अक्टूबर 2021 को नवरात्रि का पर्व प्रारंभ होने जा रहा है। वर्ष की 4 नवरात्रियों में से एक इस नवरात्रि पर गरबा उत्सव की धूम रहती है और जगह-जगह पांडाल सजाकर माता को विराजमान किया जाता है। चारों ही नवरात्रियों में उपवास का बहुत महत्व होता है। आओ जानते हैं कि नवरात्रि में माता की स्तुति, प्रार्थना या उन्हें प्रसन्न करने के लिए कौन कौनसे पाठ हैं।
देवी का वर्णन आगम-शास्त्र में किया गया है। इसके साथ ही देवीभागवत पुराण, वहवृचोपनिषद, वेद, उपनिषद, ब्रह्मवैवर्त पुराण, वरिवस्यारहस्य, योगवासिष्ठ, मार्कन्डेयपुराण, सौन्दर्यलहरी आदि ग्रंथों में देवी का वर्णन मिलता है।
1. चंडीपाठ : चण्डी पाठ के नियम जरूर जान लें।
2. दुर्गा सप्तशती : दुर्गा सप्तशती पाठ के नियम जरूर जान लें। यह मार्कन्डेयपुराण का हिस्सा है।
3. दुर्गा कवच पाठ : यह पाठ आपकी हर तरह से सुरक्षा करता है।
4. दुर्गा चालीसा : दुर्गा चालीसा देवदास द्वारा लिखी गई है। कलयुग में इस पाठ से व्यक्ति सभी प्रकार के भवबंधनों से पार होकर मुक्त हो जाता है।
5. दुर्गा आरती।
6. दुर्गा मंत्र, दुर्गा साबर मंत्र और नवरात्रि के मंत्र।