पहले राम फिर काम, रामनगरी अयोध्या में योगी सरकार

संदीप श्रीवास्तव
Yogi Cabinet meeting in Ayodhya: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक नगरी अयोध्या में कैबिनेट की बैठक से पूर्व, अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ हनुमान गढ़ी और राम मंदिर में दर्शन किए। इससे पहले योगी कैबिनेट के मंत्रियों के साथ इलेक्ट्रिक बस में बैठकर राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे। अयोध्या में कैबिनेट की पहली बैठक के बाद योगी ने कहा कि बैठक में 14 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। 
 
क्यों खास है 9 नवंबर : 9 नवंबर की तिथि इस मायने में खास है क्योंकि इसी दिन उच्चतम न्यायालय ने 2019 में बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि मामले में अपना फैसला सुनाया था। इस फैले के बाद राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ था। वर्ष 1989 में 9 नवंबर को ही विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर के लिए शिलान्यास किया था।
 
यह भी दुर्लभ संयोग ही है कि राज्य कैबिनेट की बैठक अयोध्या में संपन्न हुई। इससे पूर्व, पहली बार जनवरी, 2019 में प्रयागराज में कैबिनेट की बैठक हुई थी। इस बैठक और राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर संत-महंत भी काफी उत्साहित हैं। 
<

जय राम सोभा धाम। दायक प्रनत बिश्राम।।
धृत त्रोन बर सर चाप। भुजदंड प्रबल प्रताप।।

धर्मनगरी श्री अयोध्या जी में आज भगवान श्री रामलला के दर्शन-पूजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

'रघुकुलनंदन' प्रभु श्रीराम से प्रदेश वासियों के सुख, समृद्धि एवं कल्याण हेतु प्रार्थना है।

जय जय श्री राम! pic.twitter.com/rwNpObUEFx

— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 9, 2023 >
क्या कहते हैं महंत राजू दास : हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि पूज्य योगी जी महाराज की पूरी कैबिनेट महाबली हनुमान के चरण शरण में आई है। क्योंकि अयोध्या में भव्य-दिव्य दीपोत्सव के साथ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के के सानिध्य में देश के धर्माचार्य और बुद्धजीवियों के नेतृत्व में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण का कार्य संपन्न होने वाला है। पीएम प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे। उससे पहले पूरी कैबिनेट द्वारा हनुमान जी और रामलला के दर्शन करना अद्भुत है। मुझे लगता है कि अयोध्या में कैबिनेट की बैठक मामूली बात नहीं है। 
उन्होंने कहा कि इससे पहले राजनेता अयोध्या आने में कतराते थे, घबराते थे, भागते थे। राजनीतिक दलों के लोग आते थे तो फैजाबाद को छूकर निकल जाते थे। डर के मारे किसी की अयोध्या में एंट्री नहीं होती थी और आज यूपी की पूरी कैबिनेट हनुमान जी और रामलला की शरण में है। 
 
सनातनियों को मिलेगा लाभ : अयोध्या के ज्योतिषाचार्य कल्कि महाराज ने कहा कि देखिए 21वीं सदी में भारत उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर है। 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया था। 9 नवंबर पुनः बैठक होने जा रही है। शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि अयोध्या में कैबिनेट की बैठक होगी।
 
कल्कि महाराज ने कहा कि यह सनातन विरोधियों के विनाश का पहला पत्थर उत्तर प्रदेश के ओजस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाड़ने जा रहे हैं। भविष्य में सनातन विरोधी पनपेंगे, फलेंगे, फूलेंगे ऐसा स्वप्न में भी संभव नहीं है। अब भारत पूरे विश्व में अयोध्या के माध्यम से नई रूपरेखा तय कर रहा है। इसका लाभ दुनिया के कोने-कोने में रह रहे सभी सनातनियों को मिलेगा।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

CJI चंद्रचूड़ की टिप्पणी पर SC जजों ने जताई आपत्ति, जानिए क्या कहा

सावधान! नए रैपर में एक्सपायरी दवाएं तो नही खा रहे आप

उमर अब्दुल्ला को याद आए अटल जी, हम दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं

INDIA की 7 गारंटी, 10 लाख नौकरियां, 450 रुपए में गैस सिलेंडर

रायबरेली में राहुल गांधी, कहा- जब भी यहां आता हूं, रिश्ता और गहरा हो जाता है

अमेरिका में ट्रंप को बढ़त, कैपिटल हिल्स में सुरक्षा सख्‍त, व्हाइट हाउस के बाहर बैरिकेडिंग

जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़

live : अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को बढ़त, स्विंग स्टेट्स में भी पलड़ा भारी

Madhya Pradesh: बीटीआर में हाथियों की मौत जहर से नहीं हुई, विसरा रिपोर्ट से हुआ खुलासा

इजराइली पीएम नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री गैलेंट को किया बर्खास्त, क्यों गिरी गाज?

अगला लेख
More