उल्लेखनीय है कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को नई दिल्ली में एक बयान में कहा कि मई 2024 में मुद्रास्फीति बढ़ने का मुख्य कारण खाद्य वस्तुओं, खाद्य उत्पादों के विनिर्माण, कच्चे पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, अन्य विनिर्माण आदि की कीमतों में वृद्धि रहा।'महंगाई मैन' मोदी का कहर
— Congress (@INCIndia) June 14, 2024
थोक महंगाई दर ने 15 महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
सब्जियों से लेकर खाने के सामान में बेतहाशा महंगाई दर्ज हुई है।
• फूड आर्टिकल्स की महंगाई: 9.82%
• दालों की महंगाई: 21.95%
• सब्जियों की महंगाई: 32.42%
• प्याज की महंगाई: 58.05%
• आलू की महंगाई:… pic.twitter.com/UctIZJ9qlg