नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने राजस्थान सरकार को प्रसव के दौरान लापरवाही बरतने के मामले में नोटिस जारी किया है। गौरतलब है कि जैसलमेर के रामगढ़ के सरकारी अस्पताल में चिकित्साकर्मियों ने प्रसव के दौरान बच्चे के पैर इतनी जोर से खींचे कि उसके दो हिस्से हो गए। बच्चे का धड़ तक का हिस्सा तो बाहर आ गया, लेकिन सिर अंदर कोख में ही रह गया।
यह घटना 10 जनवरी की है, जब परिजन एक प्रसूता को जैसलमेर के रामगढ़ के सरकारी अस्पताल में ले गए। बताया जाता है कि वहां चिकित्साकर्मियों ने प्रसव के दौरान बच्चे के पैर इतनी जोर से खींचे कि बच्चे के दो हिस्से हो गए। बच्चे का धड़ तो बाहर आ गया, लेकिन सिर अंदर ही रह गया।
चिकित्साकर्मियों ने मामला बिगड़ता देख परिजनों को कुछ नहीं बताया और महिला को जैसलमेर के लिए रेफर कर दिया। जैसलमेर से उसे जोधपुर भेज दिया गया, जहां पूरे मामले का खुलासा हुआ। जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में चिकित्सकों ने महिला का प्रसव किया तो बच्चे का सिर ही निकला।