Weather Updates: : दिल्ली से बिहार तक बढ़ी सर्दी, इन राज्यों में चलेगी शीतलहर

Webdunia
शुक्रवार, 16 दिसंबर 2022 (08:45 IST)
नई दिल्ली। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी की वजह से मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग (आईएमडी) ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में शीतलहर की चेतावनी जारी कर दी है। बिहार-झारखंड में पछुआ हवा बहने की वजह से ठिठुरन बढ़ गई है और आने वाले दिनों में उत्तर भारत के कई राज्यों में अब कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
 
आईएमडी ने तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश समेत दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में आज भी बारिश की संभावना व्यक्त की है। मौसम विभाग के मुताबिक 16 से 21 दिसंबर के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में हल्की से मध्यम वर्षा गतिविधि की संभावना है। इसी अवधि के दौरान तमिलनाडु में भी भारी बारिश की संभावना है।
 
16 से 21 दिसंबर के दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और उत्तरी उत्तरप्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 6-9 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। इतना ही नहीं, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में यह सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस कम है। यानी इन राज्यों में अब शीतलहर ने दस्तक दे दी है और अब सर्दी का सितम शुरू हो चुका है।
 
इन राज्यों में चलेगी शीतलहर : मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब और उत्तरी राजस्थान में कई इलाकों में 16 दिसंबर से 18 दिसंबर के बीच में शीतलहर चलने की संभावना है। इतना ही नहीं, उत्तर भारत में आने वाले दिनों में तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी और ठंड का प्रकोप बढ़ जाएगा।
 
उत्तर-पूर्वी भारत में शीतलहर की भी चेतावनी जारी की गई है। यूपी-बिहार, झारखंड और उत्तराखंड में भी ठिठुरन बढ़ गई है। इन इलाकों में सुबह और शाम में भीषण ठंड का एहसास होने लगा है। हालांकि, दिन में धूप खिलने से थोड़ी राहत मिल रही है।
 
राजस्थान में हाड़ कंपाने वाली सर्दी : राजस्थान के फतेहपुर (सीकर) में बुधवार रात न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान में दो-तीन दिनों में हल्की गिरावट होने की संभावना है।
 
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और पूर्वी भूमध्यरेखीय हिन्द महासागर और दक्षिण अंडमान सागर के आस-पास के क्षेत्रों में कम दबाव का क्षेत्र अब बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और पूर्वी भूमध्यरेखीय हिन्द महासागर से सटे क्षेत्रों पर स्थित है। इसके धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ने की उम्मीद है और अगले 12 घंटों के दौरान उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बन जाएगा। इसके बाद यह पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और 17 दिसंबर की सुबह तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर अपनी तीव्रता बनाए रखेगा।
 
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। दक्षिण मध्यप्रदेश, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और विदर्भ में हल्की से मध्यम बारिश हुई। आंतरिक तमिलनाडु, कर्नाटक, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों में हल्की बारिश हुई। न्यूनतम तापमान उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत के कुछ हिस्सों में गिरा।
 
अगले 24 घंटों की संभावित गतिविधि : अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण पश्चिम मध्यप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दक्षिण गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में हल्की बारिश संभव है। मध्यम हवाओं के कारण दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक मध्यम श्रेणी में रहेगा।
 
Edited by: Ravindra Gupta
Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हुआ हमला, भारत ने जताई चिंता, सरकार से की यह मांग

क्या महाराष्ट्र में सरप्राइज देगी BJP, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM बनने को तैयार

अडाणी की 11 कंपनियों में से 5 के शेयरों में तूफानी तेजी, 8 दिन में बदल गए हालात, 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी

हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, INDIA की 10 पार्टियों के नेता मौजूद रहे

Honda Activa e की इंट्री, Ola, Ather, TVS और Bajaj की उड़ी नींद, फीचर्स से मचा देगी धमाल

सभी देखें

नवीनतम

पहाड़ों पर बर्फबारी से उत्तर भारत में गिरा तापमान, तमिलनाडु में चक्रवात की चेतावनी

मध्यप्रदेश के खंडवा में बड़ा हादसा, मशाल जुलूस में आग से झुलसे 50 लोग

LIVE: दिल्ली में नहीं बनी बात, अब मुंबई में होगा महाराष्‍ट्र सीएम का फैसला

चलती एंबुलेंस में नाबालिग के साथ दुष्कर्म, 2 आरोपी गिरफ्तार

कौन होगा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री, शाह के साथ महायुति के नेताओं का देर रात तक मंथन

अगला लेख
More