हरियाणा विधानसभा चुनाव में वोटिंग से ठीक पहले कांग्रेस दो फाड़ हो गई है। राज्य में कांग्रेस के सबसे बड़े चेहरे और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और पार्टी की महिला सांसद कुमारी सैलजा आमने सामने आ गए है। वहीं कांग्रेस सांसद की अपनी ही पार्टी से नाराजगी को भाजपा ने अब चुनावी मुद्दा बना लिया है। भाजपा कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा को राज्य की दलित बेटी का अपमान बताते हुए पूरे मुद्दे को भुनाने में जुट गई है।
टिकट बंटवारे से नाराज शैलजा-हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी की सांसद कुमारी शैलजा टिकट बंटवारे में अपनी उपेक्षा से नाराज है। टिकट बंटवारे में शैलजा समर्थक उम्मीदवारों को जिन पांच विधानसभा सीटों पर टिकट दिए है वहां पर पिछले दो विधानसभा चुनावों से भाजपा का कब्जा रहा है औऱ इस बार भी भाजपा ने इन सीटों पर अपने दिग्गज उम्मीदरों को चुनावी मैदान में उतारा है।
शैलजा समर्थक परविंदर परी को कांग्रेस ने अंबाला सीट से चुनावी मैदान में उतारा है,जहां उनका मुकाबला पूर्व गृहमंत्री और पार्टी के बड़े चेहरे अनिल विज से है। वहीं यहां पर हुड्डा समर्थक नेता अपनी बेटी को निर्दलीय उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस की राह को और मुश्किल बना दिया है।
विधासनभा चुनाव में कांग्रेस सांसद शैलजा अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिलाकर विधानसभा चुनाव में सीएम का चेहरे की अपनी दावेदारी मजबूत करना चाह रही थी लेकिन टिकट बंटवारे में हुड्डा गुट जिस तरह भारी पड़ा उससे अब कुमारी शैलजा अपनी ही पार्टी से नाराज है।
शैलजा की चुनाव प्रचार से दूरी- हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे में अपनी उपेक्षा से नाराज होकर सिरसा से कांग्रेस सांसद और पार्टी का महिला चेहरा कुमारी सैलजा ने प्रचार अभियान से दूरी बना ली है और वह अब तक एक भी सीट पर चुनाव प्रचार करने नहीं पहुंची है।
सीएम चेहरे को लेकर शुरु हुआ था विवाद-दरअसल यह भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच यह पूरा विवाद सीएम का चेहरा बनने की होड़ से शुरु हुआ था। विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक उन्हें सीएम का चेहरा बनाने की मांग कर रहे है। वहीं सिरसा सांसद कुमारी शैलजा के समर्थन उन्हें सीएम का चेहरा बनाने के मांग कर रहे थे।
राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने का दावा करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी का पूरा सपोर्ट है। विधानसभा चुनाव के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात को उनके विधानसभा चुनाव में फ्री हैंड मिलने के तौर पर देखा जा रहा है। हुड्डा के पक्ष में सबसे खास बात उनका संगठन पर कब्जा होना है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी हुड्डा गुट से आते है।
गुटबाजी रोकने में आलाकमान नाकाम-हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी रोकने में कांग्रेस आलाकमान अब तक पूरी तरह फेल नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव तारीखों के एलान से ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी द्वारा बुलाई गई महासचिवों, प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों की मीटिंग में सांसद कुमारी सैलजा और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान एक दूसरे से भिड़ गए थे। बात इतनी बिगड़ गई कि दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं तक होने लगी। सैलजा ने उदयभान पर पक्षपात करने का आरोप लगाया।
शैलजा के बहाने कांग्रेस पर हमलावर भाजपा-हरियाणा विधानसभा कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा की नाराजगी को भुनाने में भाजपा पूरी ताकत के जुटी है और भाजपा ने कुमारी शैलजा को पार्टी में शामिल होने का ऑफर भी दे दिया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस दलित विरोधी है, कांग्रेस दलितों का सम्मान नहीं करती, अगर कोई दलित नेता कांग्रेस में आगे बढ़ना चाहता है, तो कांग्रेस उसे कुचल देती है। कुमारी सैलजा कोई छोटी-मोटी नेता नहीं हैं, वो कांग्रेस की बहुत बड़ी नेता हैं, दलितों की नेता हैं, इसलिए अगर उन्होंने मुख्यमंत्री बनने की मांग की, तो उन्होंने क्या गुनाह कर दिया।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि कुमारी शैलजा के नाराजगी के बहाने परिवारवाद को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने गांधी परिवार के साथत ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी परिवारवाद में फंसी हुई है, वो परिवारवाद से आगे नहीं सोचते। जैसे सोनिया गांधी और राहुल गांधी परिवारवाद में फंसे हुए हैं, वैसे ही भूपेंद्र हुड्डा और उनके बेटे यहां परिवारवाद में फंसे हुए हैं, वो उससे आगे नहीं सोचते। उनसे ऊपर अगर कोई सोचता है तो उसे कुचल दिया जाएगा. ये कांग्रेस की निति है दलितों का तो सम्मान नहीं है और उसको अपमानित किया है ये दुर्भाग्यपूर्ण है।
वहीं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा को भाजपा में आने का ऑफर देते हुए कहा कि कांगेस ने दलित नेता का अपमान किया है और राज्य की जनता अपनी दलित बेटी का अपमान नहीं सहेगी।