जम्मू। अखनूर के प्लांवाला सेक्टर में रविवार को नियंत्रण रेखा के करीब हुए आईईडी धमाके में सेना का एक जवान शहीद हो गया व 2 अन्य घायल हो गए, जबकि इस बीच पुंछ जिले के शाहपुर में पाक सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। पाक सेना ने जम्मू सीमा के हीरानगर सेक्टर में मोर्टार से हमले किए, जिनका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, यह हादसा पेट्रोलिंग के दौरान सेना के वाहन के आईईडी विस्फोट की चपेट में आने से हुआ। जहां धमाका हुआ, वह जगह नियंत्रण रेखा पर है। धमाके में शहीद हुए सैनिक के पार्थिव शरीर को प्लांवाला के प्राइमरी हेल्थ सेंटर में रखा गया है।
इस धमाके में 2 घायल जवानों को उपचार के लिए अखनूर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बाद में बेहतर इलाज के लिए उन्हें उधमपुर के कमान अस्पताल में एयरलिफ्ट कर दिया गया। अभी तक सेना ने इस आईईडी विस्फोट की अधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की है।
धमाके के बाद सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अलबत्ता आईईडी धमाका किन हालात में हुआ है, इसके बारे में अभी कोई भी बोलने का तैयार नहीं है। पुलिस के डीएसपी अजय शर्मा ने आईईडी ब्लास्ट की पुष्टि करते हुए बताया कि इसके कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
अलबत्ता उन्होंने इस घटना में एक जवान के शहीद होने व 2 के घायल होने की पुष्टि की है। शहीद जवान की पहचान आगरा के बाह तहसील के पुरा भदौरिया गांव के रहने वाले संतोष कुमार के रूप में की गई है। इस बीच पुंछ जिले के शाहपुर में रविवार सुबह 10.15 बजे संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। पाक सेना ने जम्मू सीमा के हीरानगर सेक्टर में मोर्टार से हमले किए हैं। इधर भारतीय सेना भी जवाबी कार्रवाई कर रही है।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से दागे गए मोर्टार के गोले ने जिले के कर्नी और कस्बा क्षेत्रों को भी प्रभावित किया। गोलाबारी में किसी के हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं थी। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए प्रेरित किया गया है। दोनों ओर से सीमा पार से गोलीबारी जारी है। अभी तक जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
गौरतलब है कि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर शांति रहने के बाद पाकिस्तान ने फिर जम्मू संभाग के कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर के मन्यारी पानसर में गोलाबारी की थी। गत बुधवार देर शाम से शुरू हुई गोलाबारी मध्य रात्रि तक जारी रही। इससे भारतीय क्षेत्र में जानी नुकसान नहीं हुआ। सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) जवानों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।