नई दिल्ली। एलएसी पर चीन की चुनौती से निपटने के लिए भारत अब स्वदेशी हथियारों का निर्माण कर रहा है। इसी दिशा में अब स्वदेशी मालवाहक विमान सी-295 एम डब्ल्यू बनाया जा रहा है। इससे एलएसी भारत की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।
वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगते क्षेत्रों में चीन की ओर से मिल रही चुनौती से निपटने के लिए भारत अत्याधुनिक स्वदेशी मालवाहक विमान सी-295 एम डब्ल्यू बना रहा है जो बेहद दुर्गम क्षेत्रों में छोटी हवाई पटि्टयों पर रसद तथा सैनिकों को लेकर उतरने में सक्षम होगा और इससे इससे वायुसेना की ताकत कई गुना बढ जाएगी।
यह भारत का पहला स्वदेशी मालवाहक विमान होगा जिसे देश की निजी क्षेत्र की कंपनी टाटा कंर्सोटियम एयरबस डिफेंस के साथ मिलकर देश में ही बना रही है। इस परियोजना के तहत वायु सेना को 56 सी-295 मालवाहक विमान मिलेंगे।
रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 अक्टूबर को गुजरात के वड़ोदरा में करीब 21 हजार 935 करोड़ रुपए की इस परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे।
डॉ. कुमार ने बताया कि अनुबंध के तहत वायुसेना को 16 विमान उड़ने की हालत में तैयार मिलेंगे जिनकी आपूर्ति अगले वर्ष सितंबर से लेकर अगस्त 2025 तक की जायेगी और बाकी 40 विमान देश में ही बनाये जाएंगे और इनकी आपूर्ति वर्ष 2031 तक की जाएगी।
C-295MW is a transport aircraft of 5-10 tonne capacity with contemporary technology that will replace the ageing Avro aircraft of @IAF_MCC
The aircraft will strengthen the logistic capabilities of the IAF