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दुनिया को Cut-Copy-Paste का जुगाड़ देने वाले साइंटिस्ट लैरी टेस्लर का निधन

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, गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020 (09:08 IST)
नई दिल्ली। कट, कॉपी और पेस्ट (Cut-Copy-Paste) ये एक ऐसा टर्म है जिसके बिना अब शायद ही आप कम्प्यूटर या सोशल मीडिया पर जरूरी काम को अंजाम दे सकते हैं। कट, कॉपी पेस्ट का जिन्होंने ईजाद किया, वो शायद स्टीव जॉब्स जितने पॉपुलर तो न हो सके, लेकिन उनका योगदान अहम है।
दरअसल एक साइंटिस्ट ने कट, कॉपी और पेस्ट यूजर इंटरफेस यानी UI को तैयार किया था। इनका नाम लैरी टेस्लर है और इनका निधन हो गया है।
 
74 साल के लैरी टेस्लर का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ था। स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी से उन्होंने कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई की थी। उन्होंने 1973 में Xerox Palo Alto Research Center (PARC) ज्वॉइन किया। कट, कॉपी और पेस्ट यूजर इंटरफेस की कहानी यहीं से शुरू होती है। 
 
PARC में टिम मॉट के साथ मिलकर टेस्लर ने जिप्सी टेक्स्ट एडिटर तैयार किया। इसी जिप्सी टेक्स्ट एडिटर में उन्होंने टेक्स्ट को कॉपी और मूव करने के लिए मोडलेस मेथड तैयार किया। यहां से ही कट, कॉपी और पेस्ट टर्म का ईजाद हुआ।
 
लैरी टेस्लर अपने CV में लिखते हैं कि वो मोडलेस एडिटिंग और कट-कॉपी-पेस्ट के शुरुआती इन्वेंटर हैं, हालांकि उन्होंने CV में ये भी लिखा था कि उन्हें गलती से फादर ऑफ ग्राफिकल यूजर इंटफेस फॉर मैकिनतॉश कहा गया, लेकिन वो नहीं हैं।
 
लैरी टेस्लर ने PARC में ही कट, कॉपी और पेस्ट डेवलप किया। हालांकि बाद में ये कट, कॉपी और पेस्ट का कॉन्सेप्ट कम्प्यूटर के इंटरफेस और टेक्स्ट एडिटर्स के लिए आ गया। आपको बता दें कि जिस PARC कंपनी में लैरी काम करते थे, उसे ही शुरुआती ग्राफिकल यूजर इंटरफेस और माउस नेविगेशन का क्रेडिट जाता है।
 
गौरतलब है कि एपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने भी PARC के इस रिसर्च को एपल प्रोडक्ट्स को बेहतर करने के लिए इस्तेमाल किया था। बताया जाता है कि जब स्टीव जॉब्स Xerox आए थे तो उसी टीम में लैरी टेस्लर भी वहां मौजूद थे। PARC के अलावा लैरी टेस्लर ने Amazon और Yahoo के साथ भी काम किया है।
 

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