नई दिल्ली। नागरिकता (संशोधन) कानून (CAA) के विरोध में कांग्रेस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर सोमवार को 'सत्याग्रह' किया, जिसमें पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi), पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) और पार्टी के कई दिग्गज नेता शामिल हुए।
सत्याग्रह के दौरान राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलामनबी आजाद, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, वरिष्ठ पार्टी नेता अहमद पटेल, आनंद शर्मा सहित कई प्रमुख लोग मौजूद थे।
सत्याग्रह करीब 3 बजे शुरू हुआ। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद थे, जो हाथों में पार्टी का झंडा लिए हुए थे। सत्याग्रह शुरू करने से पहले वंदे मातरम का गायन किया गया। कार्यक्रम में कबीर के भजन गाए गए तथा कई नेताओं ने संविधान की प्रस्तावना अलग-अलग भाषाओं में पढ़ी। उन्हों कहा कि संविधान में कहा गया है कि देश में किसी आधार पर किसी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा।
इससे पहले राहुल गांधी ने सत्याग्रह के बारे में जानकारी देते हुए युवाओं तथा छात्रों से इसमें शामिल होने का आग्रह करते हुए ट्वीट किया और कहा कि इस वक्त सबको आगे आकर देश को नफरत के जरिए बर्बाद होने से बचाना है और मोदी-शाह की ओर से शुरू की गई नफरत और हिंसा के खिलाफ एकजुट होकर प्रदर्शन करना है।
सत्याग्रह से पहले श्रीमती वाड्रा ने भी ट्वीट कर लोगों से राजघाट आने का आग्रह किया और कहा, ये देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख़्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनतों के रंग से सींचा है। संविधान हमारी शक्ति है। देश को 'फूट डालो और राज करो' की राजनीति से बचाना है। आइए, आज बापू की समाधि राजघाट पर मेरे साथ संविधान पाठ का हिस्सा बनिए।
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