भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूरोपीय संघ के कमिश्नर क्रिस्टोस स्टायलियनाइड्स के साथ बैठक के दौरान कहा है कि भारत, पाकिस्तान के साथ आतंक और हिंसामुक्त माहौल में बकाया मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है। इसमें यूरोपीय संघ के इस रुख को भी दोहराया गया कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद को कश्मीर क्षेत्र में तनाव दूर करने के लिए फिर से वार्ता की आवश्यकता है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्रों में बेहतर प्रशासन और अधिक विकास के लिए अपनी उम्मीदों को दोनों नेताओं ने साझा किया। अफगानिस्तान और ईरान में स्थिति से संबंधित हाल के घटनाक्रम पर भी उन्होंने बातचीत की।
ट्विटर पर जयशंकर ने लिखा कि यूरोपीय संघ के कमिश्नर क्रिस्टोस स्टायलियनाइड्स के साथ अच्छी बैठक हुई। अफगानिस्तान और ईरान पर अपने दृष्टिकोण पर चर्चा की। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बेहतर प्रशासन और विकास पर हमारी अपेक्षाओं के बारे में बताया। आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय रूप से मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भारत की उदारता के बारे में बताया।
5 अगस्त को भारत ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया है। पाकिस्तान इस फैसले के बाद से ही बौखलाया हुआ है। तिलमिलाते हुए उसने पहले भारत के साथ व्यापार निलंबित किया, फिर अपना हवाई क्षेत्र आंशिक तौर पर बंद कर दिया और भारतीय सिनेमा, समझौता एक्सप्रेस और थार एक्सप्रेस की सेवाएं प्रतिबंधित कर दीं।