नई दिल्ली। तेल एवं गैस, दूरसंचार और खुदरा कारोबार समेत अन्य क्षेत्रों में कार्यरत देश के सबसे बड़े धनकुबेर मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने सार्वजनिक क्षेत्र की अग्रणी तेल शोधन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसी) को कुल राजस्व के मामले में पीछे छोड़ दिया है। इस तरह रिलायंस राजस्व के मामले में देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है।
आईओसी की बिक्री 31 मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष में आठ अरब 79 करोड़ डॉलर (61 खरब 70 अरब रुपए) रही। आरआईएल ने इस मामले में आईओसी को पछाड़ते हुए पिछले वित्त वर्ष में 62 खरब 30 करोड़ रुपए का कारोबार किया।
आरआईएल की कुल आय में उसके खुदरा, दूरसंचार और डिजिटल सेवाओं से प्राप्त होने वाला राजस्व करीब एक चौथाई रहा और इसकी बदौलत श्री अंबानी एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए।
बाजार पूंजीकरण के मामले में आईओसी से आरआईएल कहीं आगे है। आरआईएल का बाजार पूँजीकरण मंगलवार को 8,56,069.63 करोड़ रुपए रहा था जबकि आईओसी का 1,48,347.90 करोड़ रुपए रहा। आरआईएल के शेयर की कीमत आज मुंबई शेयर बाजार में 1350.65 रुपए थी तो आईओसी की 152.90 रुपए रही।