नई दिल्ली। दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग और इससे सटे भूमध्यरेखीय हिन्द महासागर के ऊपर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। इसके 3 मार्च की शाम तक यह डिप्रेशन में सशक्त हो सकता है और पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में श्रीलंका और तमिलनाडु तट की ओर बढ़ना जारी रख सकता है।
स्काईमेट के अनुसार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के आसपास के हिस्सों पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और पाकिस्तान के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। एक और पश्चिमी विक्षोभ के 5 मार्च तक पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है।
पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ भारी बारिश के साथ बर्फबारी हुई। उत्तराखंड में छिटपुट बारिश हुई। सिक्किम के ऊपरी इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हुई। दक्षिण पूर्व मध्यप्रदेश, पंजाब के कुछ हिस्सों और ओडिशा, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और दिल्ली और एनसीआर के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालय, सिक्किम के ऊपरी इलाकों और अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है। तटीय तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
5 से 7 मार्च के बीच उत्तरी तटीय तमिलनाडु और दक्षिण आंध्रप्रदेश के आसपास के हिस्सों में बारिश की गतिविधियां तेज होने की उम्मीद है। उस अवधि के दौरान रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और आंतरिक तमिलनाडु में भी हल्की बारिश संभव है। अगले 2-3 दिनों तक तटीय आंध्रप्रदेश और तटीय तमिलनाडु के तटों पर समुद्र समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी तथा हवा की गति भी 40 से 50 किमी प्रति घंटे के आसपास रहने का अनुमान है।