नई दिल्ली। राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। राहुल गांधी के इस्तीफे की औपचारिक घोषणा के बाद कांग्रेस सूत्रों ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की ओर से त्यागपत्र स्वीकार करने और नए अध्यक्ष का चुनाव होने तक गांधी इस पद पर बने रहेंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि हार के लिए मैं ही जिम्मेदार हूं। कांग्रेस के भविष्य के लिए जवाबदेही जरूरी है। राहुल गांधी ने लिखा कि कांग्रेस अध्यक्ष रहना मेरे लिए गर्व की बात है। बतौर कांग्रेस अध्यक्ष हार की जिम्मेदारी मेरी है। उन्होंने 4 पेज की चिट्ठी लिखकर इस्तीफा भेजा है। उन्होंने लिखा कि मैं नए अध्यक्ष का नाम नहीं सुझाऊंगा। पार्टी खुद फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि मुझे बीजेपी से नफरत नहीं, प्यार है। बीजेपी लोगों की आवाज को दबा रही है।
वायनाड से सांसद राहुल गांधी 2017 में कांग्रेस अध्यक्ष बने थे। लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने 25 मई को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि पार्टी ने इसे स्वीकार नहीं किया था।
पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल के इस्तीफे के खिलाफ थे। उन्होंने सोनिया गांधी से राहुल को मनाने के लिए भी कहा था लेकिन इसके बाद भी राहुल गांधी इस्तीफे के लिए अड़े रहे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित 5 कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सोमवार को राहुल गांधी से मुलाकात कर उनसे पद पर बने रहने की अपील की थी।