उन्होंने कहा कि एक पुजारी के साथ बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि महात्मा गांधी द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला वाक्यांश हे राम जीवन जीने का तरीका है। इसने पूरी दुनिया को प्यार, भाईचारा, सम्मान और तपस्या का मतलब सिखाया।सीता के बिना भगवान राम का नाम अधूरा है - वो एक ही हैं इसीलिए हम 'जय सियाराम' कहते हैं।
— Congress (@INCIndia) December 2, 2022
भगवान राम सीता जी के लिए लड़े। हम जय सिया राम जपते हैं और महिलाओं को सीता का स्वरूप मान उनका आदर करते हैं।
जय सिया राम
- श्री @RahulGandhi pic.twitter.com/Q0is2EsMhx