नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस बार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के धर्म को लेकर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि 'उन्हें (राहुल गांधी) पहले ये साबित करना चाहिए की वे हिंदू हैं। मुझे शक है कि वो ईसाई हैं और 10 जनपथ के अंदर एक चर्च है।' स्वामी इससे पहले भी गांधी परिवार को लेकर टिप्पणी करते रहे हैं।
दरअसल, सुब्रमण्यम स्वामी का ये बयान राहुल गांधी के गुजरात दौरे पर मंदिरों पर दर्शन करने पर दिया गया है। बुधवार को ही कांग्रेस उपाध्यक्ष का गुजरात दौरा खत्म हुआ है। अपने दौरे की शुरुआत में ही वो द्वारकाधीश मंदिर गए और वहां जाकर पूजा अर्चना की। मंदिरों की यात्रा के अलावा राहुल यात्रा और भाषण के दौरान माथे पर त्रिपुंड और टीका लगाए भी नजर आए। यात्रा के आखिरी दिन भी राहुल गांधी ने चामुंडा माता मंदिर में दर्शन किए थे।
गुजरात में यात्रा के दौरान राहुल के इस रूप को लेकर चर्चा भी हो रही है। राहुल मंदिर जाने को लेकर हिन्दुओं को साधने से जोड़कर भी देखा जा रहा है, क्योंकि आमतौर पर वे मंदिर नहीं जाते हैं।
कांग्रेस ने बताई वजह : दरअसल, भाजपा के बड़े नेता चुनाव अभियान की शुरुआत हमेशा किसी मंदिर से ही करते हैं लेकिन अब ऐसा लगता है कि राहुल भी उसी राह पर है। पिछले कई चुनावों से देखा गया है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी चुनावी अभियान शुरू करने से पहले मंदिर जरूर जाते हैं। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भी वह मथुरा गए थे।
राहुल के मंदिरों में जाने पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा, 'इस यात्रा के दौरान विभिन्न मंदिरों में राहुल गांधी का जाना भाजपा और आरएसएस के कट्टर हिंदुत्व का मुकाबला करना है। आरएसएस और भाजपा ने जानबूझकर कांग्रेस को हिंदू विरोधी के रूप में पेश किया है जो सही नहीं है।'
क्या एंटनी समिति की रिपोर्ट से सीख ली है?
माना जा रहा है कि कांग्रेस ने एंटनी समिति की उस रिपोर्ट से सीख ली है जिसमें कहा गया था कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के पीछे मुसलमानों के 'तुष्टिकरण' की नीति है और इससे उसकी छवि हिंदू विरोधी बनती हैं। इसी कारण से 'सांप्रदायिक संगठनों' की पकड़ मजबूत होती चली गई।
जहां जहां जाते राहुल वहां वहां हारती कांग्रेस :
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राहुल गांधी जहां-जहां जाते हैं, वहां-वहां कांग्रेस हारती है। मुख्यमंत्री आज गोरखनाथ मंदिर में प्रवास के दौरान पत्रकारों से मुखातिब थे।
राहुल गांधी के गुजरात में मंदिर जाने की बात पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके मंदिर-मंदिर घूमने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, उन्हें तो मंदिर में बैठना तक नहीं आता। विधानसभा चुनाव के दौरान वाराणसी के बाबा विश्वनाथ मंदिर में राहुल के बैठने के तरीके पर वहां के पुजारी ने टोका था कि वह नमाज अदा करने नहीं आए हैं, तब जाकर वह सही तरीके से बैठे। गुजरात चुनाव में स्टार प्रचारक के तौर पर हिस्सा लेने के सवाल पर योगी ने कहा कि भाजपा के स्टार प्रचारक तो केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हैं। उन्हें तो जहां पार्टी नेतृत्व द्वारा भेजा जाएगा, वहां जाएंगे। (एजेंसी से इनपुट)