नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव और जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुई बलात्कार की घटनाओं के विरोध में गुरुवार आधी रात को इंडिया गेट पर कैंडल मार्च का नेतृत्व किया। इस मौके पर राहुल की बहन प्रियंका और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद थे। कैंडल मार्च के दौरान उनकी बहन प्रियंका से धक्का-मुक्की हुई।
मार्च को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि देश की महिलाएं बाहर निकलने से डरती हैं और ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'बेटी बचाओ' का काम शुरू कर देना चाहिए।
राहुल ने कहा कि हम महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध, बलात्कार, हिंसा और हत्या की घटनाओं के खिलाफ यहां मौजूद हैं। सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। यह राष्ट्रीय मुद्दा है। राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह हमारी अपनी महिलाओं के लिए है। हजारों लोग यहां मौजूद हैं जिनमें सभी पार्टियों के लोग और आम लोग भी शामिल हैं। आज देश में ऐसे हालात हैं जहां हत्या, बलात्कार और हिंसा की एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं। हम उसके खिलाफ यहां खड़े हैं। हम चाहते हैं कि सरकार कार्रवाई करे।
आधी रात को इंडिया गेट पर निकाले कए कैंडल मार्च में राहुल की बहन प्रियंका और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद थे। मार्च के दौरान प्रियंका से धक्का-मुक्की हुई।
धक्का-मुक्की से नाराज प्रियंका ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि जो लोग यहां धक्का-मुक्की के लिए आए हैं, वे घर वापस जाएं। कृपया शांति बनाए रखें और खामोशी के साथ चलें। उन्होंने कहा कि उस मकसद के बारे में सोचिए जिसके लिए आप यहां आए हैं। इस कैंडल मार्च में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता , कार्यकर्ता और छात्र शामिल हुए।
इंडिया गेट पर इस मार्च में शामिल लोगों ने मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश एवं जम्मू-कश्मीर की सरकारों के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही उन्होंने उन्नाव और कठुआ में बलात्कार के मामलों में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, सलमान खुर्शीद, अशोक गहलोत, अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, अंबिका सोनी और हारून यूसुफ सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता इस मार्च में शामिल हुए। (भाषा)
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