दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्र हॉस्टल की बढ़ी हुई फीस को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। अब स्टूडेंट्स के साथ जेएनयू शिक्षकों के अलावा विश्वभारती विश्वविद्यालय के छात्र और विभिन्न छात्र संगठन भी समर्थन में आ गए हैं। इतना ही नहीं, भाजपा समर्थित छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने भी आंदोलन का समर्थन किया है।
इस बीच आंदोलन को और विस्तार देने के लिए आईसा (ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन) ने देशभर के विद्यार्थियों से अपील की है कि वे 14 नवंबर को नेशनल प्रोटेस्ट डे के तौर पर मनाएं। उल्लेखनीय है कि जेएनयू ने फीस में भारी बढ़ोतरी की है।
जेएनयू शिक्षक संघ ने भी विद्यार्थियों के आंदोलन में समर्थन किया। संघ ने छात्रों पर पुलिस बर्बरता की निंदा करने के साथ ही कुलपति से भी इस्तीफा देने की मांग की है।
कितनी बढ़ी फीस : एक जानकारी के मुताबिक विश्वविद्यालय ने हॉस्टल की फीस में कई गुना इजाफा किया है। इसके मुताबिक सिंगल रूम का किराया 10 रुपए से बढ़ाकर सीधे 300 रुपए कर दिया है, वहीं डबल रूम का किराया 20 रुपए से बढ़ाकर 600 रुपए कर दिया है। सिक्योरिटी फीस डबल से ज्यादा कर दी गई है। यह फीस पहले 5500 रुपए ली जाती है, अब बढ़ाकर इसे 12000 रुपए कर दिया गया है।
सेनिटेशन और मेंटनेंस के नाम पर पहले कुछ नहीं लिया जाता था, लेकिन अब छात्रों को इसके लिए 1700 रुपए प्रति विद्यार्थी के हिसाब से देना होंगे।
इस फीस वृद्धि के चलते छात्र बुरी तरह भड़के हुए हैं। उनका कहना है कि जेएनयू में पढ़ने वाले ज्यादातर विद्यार्थी गरीब तबके से आते हैं। ऐसे में वे फीस में की गई भारी बढ़ोतरी को कैसे मैनेज कर पाएंगे। छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से तत्काल फीस वृद्धि वापस लेने की मांग की है।