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काशी के बेटे को मंजूर है 5 लाख करोड़ डॉलर की चुनौती

हमें फॉलो करें काशी के बेटे को मंजूर है 5 लाख करोड़ डॉलर की चुनौती
, शनिवार, 6 जुलाई 2019 (12:29 IST)
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र बनारस में भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि चारों ओर 5 ट्रिलियन शब्द गूंज रहा है, मगर कुछ लोगों को भारतीयों की सामर्थ्य पर शक है। लेकिन, काशी के बेटे के मन में तो कुछ अलग ही भाव जागते हैं। 
 
मोदी ने कहा कि देश पहले भी चला था, आगे भी चलेगा मगर न्यू इंडिया दौड़ने को तैयार है। उन्होंने कुछ पंक्तियों को उद्धृत करते हुए कहा कि 'चुनौतियों को देखकर घबराना कैसा, इ्न्हीं में तो छिपी संभावना अपार है'। हम भी 5 ट्रिलियन (5 लाख करोड़ डॉलर) की चुनौती को स्वीकार करने को तैयार हैं। 
 
उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को मैं आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं, ये संयोग है कि ये भवन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के नाम पर है और इस कार्यक्रम का शुभारंभ हमारी काशी से शुरु हो रहा है। यानी एक त्रिवेणी बनी है जिस पर हम सदस्यता अभियान की शुरुआत कर रहे हैं। 

और क्या कहा मोदी ने....

-हाईवेज, रेलवेज, एयरवेज, वॉटरवेज, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, गांव में ब्रॉड बैंड की सुविधा इन सभी में आने वाले 5 वर्षों में 100 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। आने वाले कुछ वर्षों में गांवों सवा लाख किमी सड़कों का निर्माण किया जाएगा। 
-हम 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार पूरे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहे हैं। गांव में उपज के भंडारण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, शहरों में आधुनिक सुविधाओं का निर्माण, हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
-वर्ष 2022 तक हर गरीब बेघर के सिर पर पक्की छत हो इसके लिए सिर्फ गांव में ही लगभग 2 करोड़ घरों का निर्माण किया जाएगा।
-गांव में खुशहाली के लिए सड़कें बनेंगी। 
-5 साल में 100 लाख करोड़ के निवेश की योजना है। 
-देश के हर घर को पानी मिल सके इसके लिए जल शक्ति मंत्रालय तो हम बना ही चुके हैं, साथ ही जल शक्ति अभियान भी शुरू किया गया है। इसका बहुत बड़ा लाभ हमारी माताओं-बहनों को मिलेगा जो पानी के लिए अनेक कष्ट उठाती हैं।
-हमारे सामने पानी की उपलब्धता से भी अधिक पानी की फिजूलखर्ची और बर्बादी बहुत बड़ी समस्या है। लिहाजा घर के उपयोग में या सिंचाई में पानी की बर्बादी को रोकना आवश्यक है। 
 
-खेती के साथ-साथ Blue Economy पर भी हम विशेष बल दे रहे हैं। समुद्री संसाधनों और तटीय क्षेत्रों में पानी के भीतर जितने भी संसाधन है, उनके विकास के लिए बजट में विस्तार से बात की गई है।
 
-अब हम किसान को पोषक से आगे निर्यातक के रूप में देख रहे हैं। अन्न, दूध, फल-सब्जी, शहद या फिर ऑर्गेनिक उत्पाद इन सबके निर्यात के लिए हमारे पास भरपूर क्षमता है। इसलिए बजट में कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए माहौल बनाने पर विशेष बल दिया गया है। 
 
-पानी की बर्बादी रोकने का काम भी करना है। अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाएंगे। खेत में ही सोलर प्लांट लगा सकते हैं किसान। 
 
-हमें स्वच्छ, स्वस्थ और सुंदर भारत बनाना है। स्वच्छ भारत से बीमारियों में कमी आई है। 
-देश सुंदर बनता है तो टूरिज्म बढ़ता है।

- जब किसी भी देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है तो वो खरीद की क्षमता बढ़ाती है। खरीद की क्षमता बढ़ती है तो मांग बढ़ती है। मांग बढ़ती है तो उत्पादन बढ़ता है, सेवा का विस्तार होता है। यही प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि, उस परिवार की बचत को भी बढ़ाती है।

-आज जिस लक्ष्य की मैं आपसे बात कर रहा हूं वो आपको नए सिरे से सोचने के लिए मजबूर करेगा, नया लक्ष्य और नया उत्साह भरेगा। नए संकल्प और नए सपने लेकर हम आगे बढ़ेंगे और यही मुश्किलों से मुक्ति का मार्ग है।
 
-आज ज्यादातर विकसित देशों के इतिहास को देखें, तो एक समय में वहां भी प्रति व्यक्ति आय बहुत ज्यादा नहीं होती थी। लेकिन इन देशों के इतिहास में एक दौर ऐसा आया, जब कुछ ही समय में प्रति व्यक्ति आय तेजी से बढ़ी। यही वो दौर था जब ये देश विकासशील से विकसित देशों की श्रणी में आए। 
 
-अंग्रेजी में एक कहावत है कि size of the cake matters, यानी जितना बड़ा केक होगा उसका उतना ही बड़ा हिस्सा लोगों को मिलेगा। अत: अर्थव्यवस्था का लक्ष्य भी जितना बड़ा होगा, देश की समृद्धि उतनी ही ज्यादा होगी।
 
-अब बात होगी हौसले की, नई संभावनाओं की, विकास के यज्ञ की, मां भारती की सेवा की और न्यू इंडिया के सपने की। ये सपने बहुत हद तक फाइव ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य से जुड़े हुए हैं।
 
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लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा का किया अनावरण : इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबतपुर हवाई अड्डे पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा का अनावरण किया। 
 
वाराणसी के एकदिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री पूर्वाह्न करीब पौने 11 बजे बाबतपुर हवाई अड्डा पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडेय ने उनकी अगवानी की। 
 
इसके बाद मोदी ने हवाई अड्डे पर लाल बहादुर शास्त्री की 18 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री और सुनील शास्त्री भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री बनने के बाद दूसरी बार वाराणसी के दौरे पर आये मोदी यहां भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे और वृक्षारोपण मुहिम भी शुरू करेंगे।

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