पुणे में वारकरी भक्तों पर पुलिस ने भांजी लाठियां, विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा

Webdunia
सोमवार, 12 जून 2023 (08:22 IST)
मुंबई। एक मंदिर की ओर जा रहे वारकरी भक्तों पर रविवार को महाराष्ट्र के पुणे जिले के पंढरपुर में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज की घटना को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोला है। जानकारी के अनुसार भगवान कृष्ण के एक रूप भगवान विठोबा के भक्तों के द्वारा निकाले गए जुलूस के दौरान श्रद्धालुओं की पुलिस से बहस हो गई जिसके बाद पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज किया गया। विवाद की शुरुआत आलंदी में श्री क्षेत्र मंदिर में प्रवेश को लेकर हुआ।
<

श्री क्षेत्र आळंदी येथे वारकरी बांधवांवर पोलिसांनी लाठीमार केल्याचा प्रकार अत्यंत संतापजनक आहे. वारकरी संप्रदायाचा पाया रचणारे थोर संत ज्ञानेश्वर महाराज यांच्या आळंदीत वारकरी बांधवांचा झालेला हा अपमान अत्यंत निषेधार्ह आहे. वारकरी संप्रदाय, वारकरी बांधव यांच्याबद्दल सरकारची काही… pic.twitter.com/IDtIy1azn3

— Chhagan Bhujbal (@ChhaganCBhujbal) June 11, 2023 >जानकारी सामने आई है कि श्रद्धालुओं की भारी संख्या को नियंत्रित करने के लिए उन्हें हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने कहा कि परंपरा के अनुसार केवल 75 सदस्यों को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाती है, लेकिन लगभग 400 लोग जबरन मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे जिसे प्रशासन की तरफ से रोका गया।

पुलिस की कार्रवाई को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोला है। शिवसेना के वरिष्ठ सांसद संजय राउत ने ट्वीट किया है कि "ओह ओह.. हिंदुत्व सरकार के ढोंग का पर्दाफाश हो गया.. नकाब उतर गया.. औरंगजेब क्या अलग व्यवहार करता था? मुगलों का महाराष्ट्र में पुनर्जन्म हुआ है"

एनसीपी के छग्गन भुजबल ने ट्वीट किया, वारकरी संप्रदाय, वारकरी बंधुओं के प्रति सरकार की कोई जिम्मेदारी है या नहीं? उन्होंने लिखा श्री क्षेत्र आलंदी में जिस तरह से पुलिस ने वारकरी बंधुओं पर लाठियां बरसाईं, वह अत्यंत निंदनीय है। वारकरी संप्रदाय की नींव रखने वाले महान संत ज्ञानेश्वर महाराज के सान्निध्य में वारकरी बंधुओं का यह अपमान घोर निंदनीय है।

क्या है वारकरी तीर्थयात्रा?
वारकरी वे तीर्थयात्री हैं जो आलंदी से पंढरपुर के विठ्ठल मंदिर जाते हैं। पदयात्रा 11 जून से शुरू हुई है। 10 जून को आलंदी से संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी और देहू से संत तुकाराम महाराज पालकी का प्रस्थान इस भव्य तीर्थयात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। वारकरियों के 29 जून को आषाढ़ी एकादशी के शुभ दिन पंढरपुर के पवित्र शहर में जुटने की उम्मीद थी।
Edited by navin rangiyal

Related News

Show comments

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

LIVE: मन की बात में मोदी बोले, युवा कई समस्याओं का समाधान निकालने जुटे

संभल में मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान बवाल, भीड़ ने किया पथराव, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

हिमाचल में बर्फबारी, मध्यप्रदेश और राजस्थान में बढ़ी ठंड

पुलिस कांस्टेबल हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुठभेड़ में ढेर

जीत के जश्न के दौरान बड़ा हादसा, गुलाल से लगी आग, MLA शिवाजी पाटिल झुलसे

अगला लेख
More