नई दिल्ली। कश्मीर मामले पर पाकिस्तान को मलेशिया के बाद तुर्की का साथ मिला है। मध्य एशिया में तुर्की इकलौता देश था जिसने कश्मीर मामले पर पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया था। लेकिन तुर्की के इस ऐलान से कि वह परमाणु बन बनाएगा, दुनिया में खलबली मच गई है। माना जा रहा है कि परमाणु बम बनाने में पाकिस्तान तुर्की की सहायता कर रहा है।
अमेरिका ने जताई चिंता : तुर्की के परमाणु बम बनाने की खबर ऐसे समय आई है, जब उत्तर सीरिया में उसके हमले जारी हैं और कुर्दों की सुरक्षा को लेकर अमेरिका ने चिंता जाहिर की है।
तुर्की के राष्ट्रपति रैजप तैय्यप एर्दोगन के परमाणु बम बनाने के बयान के बाद अमेरिका में हलचल तेज हो गई है। न्यूयार्क टाइम्स ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में लिखा कि अगर अमेरिका इस तुर्किश नेता (एर्दोगन) को अपने कुर्द सहयोगियों को बर्बाद करने से नहीं रोक सकता तो वो उन्हें परमाणु हथियार बनाने या ईरान की तरह परमाणु तकनीक इकट्ठा करने से कैसे रोक सकता है?
मोदी ने रद्द की थी तुर्की यात्रा : तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के जरिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर मुद्दा उठाने और तुर्की के जरिए फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) बैठक में खुलकर पाकिस्तान का साथ देने के बाद भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित तुर्की यात्रा को रद्द कर दिया था। मोदी 27-28 अक्टूबर को सऊदी अरब जा रहे हैं। उन्हें वहां से तुर्की जाना था लेकिन अब वह वहां नहीं जाएंगे।
पाकिस्तान ने बेची परमाणु तकनीक : 2004-05 में पाकिस्तान के दुनिया के देशों को परमाणु तकनीक बेचने का मामला सामने आया था।
परमाणु तस्कर अब्दुल कादिर खान ने टीवी में यह स्वीकार किया था कि उसने कई देशों को इसकी तकनीक बेची है। हालांकि कादिर ने कहा था कि उसने यह निजी तौर पर किया था, पाकिस्तान की इसमें कोई भूमिका नहीं है, लेकिन ये स्पष्ट था कि इस प्रक्रिया में पाकिस्तान की मशीनरी और सुविधाओं का उपयोग किया गया है।
पाक से दोस्ती निभाने पर भारत का कड़ा रुख : तुर्की की सरकार को भारत ने एक बार फिर कड़ा कूटनीतिक संदेश दिया है तथा तुर्की स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय पर्यटकों को वहां जाने को लेकर चेतावनी जारी की है।
भारत ने तुर्की के आसपास के हालात को लेकर चिंता जताते हुए कहा है कि वैसे तो तुर्की में किसी भारतीय को अभी तक कोई नुकसान नहीं पहुंचा है लेकिन वहां की यात्रा पर जाने वालों को बेहद सावधानी रखने की आवश्यकता है।
मलेशिया और तुर्की को झटका देने की तैयारी में भारत : कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्की और मलेशिया को भारत बड़ा झटका देने की तैयारी कर रहा है।
खबरों के अनुसार दोनों देशों से सामानों के आयात को सीमित करने के लिए नरेंद्र मोदी की सरकार टैरिफ तथा गैर-टैरिफ दोनों ही विकल्पों पर विचार कर रही है। सरकार के इस कदम से दोनों देशों को काफी आर्थिक मार पड़ेगी।