अब आप Aadhaar Card से लिंक कर सकेंगे Voter ID, केंद्र की मंजूरी

Webdunia
बुधवार, 15 दिसंबर 2021 (23:10 IST)
नई दिल्ली। समझा जाता है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने चुनाव सुधार संबंधी विधेयक को मंजूरी दे दी है जिसमें स्वैच्छिक रूप से मतदाता सूची से आधार को जोड़ने की चुनाव आयोग को अनुमति देने का प्रस्ताव शामिल है। मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर विधेयक के मुताबिक चुनाव संबंधी कानून को सैन्य मतदाताओं के लिए लैंगिक निरपेक्ष बनाया जाएगा।
 
वर्तमान चुनावी कानून के प्रावधानों के तहत किसी भी सैन्यकर्मी की पत्नी को सैन्य मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने की पात्रता होगी लेकिन महिला सैन्यकर्मी के पति को नहीं होगी, लेकिन इस प्रस्तावित विधेयक को संसद की मंजूरी मिलने पर स्थितियां बदल जाएंगी।
ALSO READ: Corona से मौतों पर योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, कहा- दूसरे राज्यों की तरह क्यों नहीं दे रहे मदद?
चुनाव आयोग ने विधि मंत्रालय से जनप्रतिनिधित्व कानून में सैन्य मतदाताओं से संबंधित प्रावधानों में ‘पत्नी’ शब्दावली को बदलकर ‘स्पाउस’ करने को कहा था। इसके तहत एक अन्य प्रावधान में युवाओं को मतदाता के रूप में प्रत्येक वर्ष चार तिथियों को पंजीकरण कराने की अनुमति देने की बात कही गई है। अभी 1 जनवरी या उससे पहले 18 वर्ष के होने वालों को मतदाता के रूप में पंजीकरण की अनुमति दी जाती है।
ALSO READ: कोल्हापुर से शनैल के बॉस तक : लीना नायर भी वैश्विक कंपनियों के भारतीय मूल के सीईओ में शामिल
भारत निर्वाचन आयोग पात्र लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने की अनुमति देने के लिए कई ‘कट आफ तारीख’ की वकालत करता रहा है।
ALSO READ: कोल्हापुर से शनैल के बॉस तक : लीना नायर भी वैश्विक कंपनियों के भारतीय मूल के सीईओ में शामिल
चुनाव आयोग ने सरकार को बताया था कि 1 जनवरी के कटऑफ तिथि के कारण मतदाता सूची की कवायद से कई युवा वंचित रह जाते थे। केवल एक कटऑफ तिथि होने के कारण 2 जनवरी को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले व्यक्ति रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाते थे और उन्हें रजिस्ट्रेशन कराने के लिए अगले वर्ष का इंतजार करना पड़ता था।
 
विधि एवं न्याय मंत्रालय ने हाल ही में संसद की एक समिति को बताया था कि उसका जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 14 बी में संशोधन का प्रस्ताव है ताकि पंजीकरण के लिये हर वर्ष चार कट आफ तिथि एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई तथा एक अक्तूबर शामिल किया जा सके ।
 
मार्च में तत्कालीन विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया था कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूची से आधार प्रणाली को जोड़ने का प्रस्ताव किया है ताकि एक ही व्यक्ति के विभिन्न स्थानों से कई बार पंजीकरण कराने की बुराई पर लगाम लगाई जा सके।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

1000km दूर बैठा दुश्मन पलक झपकते तबाह, चीन-पाकिस्तान भी कांपेंगे, लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण

उद्धव ठाकरे की 2 दिन में 2 बार चेकिंग से गर्माई महाराष्ट्र की सियासत, EC ने कहा- शाह और नड्डा की भी हुई जांच

महाराष्ट्र में विपक्ष पर बरसे मोदी, कहा अघाड़ी का मतलब भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी

Ayushman Card : 70 साल के व्यक्ति का फ्री इलाज, क्या घर बैठे बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड, कैसे चेक करें पात्रता

बोले राहुल गांधी, भाजपा ने जितना पैसा अरबपति मित्रों को दिया उससे ज्यादा हम गरीब और किसानों को देंगे

सभी देखें

नवीनतम

बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, गलत कार्रवाई पर अफसर के खिलाफ सख्ती

हर दिन इस्तेमाल होते हैं Professional Life के ये 10 शब्द, जानिए इनके सही मतलब

बुधनी उपचुनाव में वोटिंग के बाद बोले शिवराज, जुडेंगे तो जीतेंगे, राहुल गांधी पर कसा तंज

झारखंड की 43 सीटों पर दिखा वोटिंग का उत्साह, दिग्गजों ने किया मतदान

प्रियंका ने की वायनाड के मतदाताओं से वोट डालने की अपील, बेहतर भविष्य बनाने का किया आह्वान

अगला लेख
More