Amit Shah's Bihar tour : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की गुरुवार को बिहार के लखीसराय की यात्रा से पहले सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हर कोई राज्य में आने के लिए स्वतंत्र है। पटना में 23 जून को हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद शाह का बिहार दौरा भारतीय जनता पार्टी के किसी शीर्ष नेता की पहली यात्रा है।
विपक्षी दलों के बैठक का मकसद अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव में भाजपा के खिलाफ एकजुट होने और पार्टी को हराने की रणनीति तैयार करना था। नीतीश यहां बातचीत के दौरान वह समान नागरिक संहिता पर प्रधानमंत्री की पुरजोर वकालत के मामले में प्रश्न से साफ बचते नजर आए।
शाह की लखीसराय की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यहां आने के लिए हर कोई स्वतंत्र है। बिहार आने का हक सभी को है। विपक्षी दलों की बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, बैठक समाप्त हो चुकी है, हम इस पर बाद में बातचीत करेंगे।
शाह का आज दोपहर यहां जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने का कार्यक्रम है। शाह हेलीकॉप्टर से मुंगेर जिले के लखीसराय के लिए रवाना होंगे, जहां वे एक रैली को संबोधित करेंगे। पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बिहार के केंद्रीय मंत्रियों सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता उनका स्वागत करेंगे।
शाह जनसभा को संबोधित करने से पहले भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रसिद्ध मंदिर अशोक धाम में पूजा-अर्चना भी करेंगे। शाह तीन महीने पहले बिहार आए थे। इस बीच शाह के आगमन से पहले सत्तारूढ़ महागठबंधन दलों के समर्थकों ने तथा भाजपा के समर्थकों ने हवाई अड्डे के निकट तथा पटना के अन्य स्थानों पर पोस्टर लगाए हैं।
विपक्षी दलों के पोस्टर में मणिपुर में हिंसा के लिए साथ ही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय तथा आयकर विभाग के दुरुपयोग के लिए भाजपा नेतृत्व की आलोचना की गई है। इसके विपरीत भाजपा समर्थकों के पोस्टर में विपक्षी दलों की एकता पर कटाक्ष किया गया है।
पोस्टर युद्ध के बारे में पूछे जाने पर सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, पार्टी का इन पोस्टर से कोई लेना-देना नहीं है। यह पार्टी कार्यकर्ताओं की परिकल्पना है और उन्होंने ही पोस्टर शहर में लगाए हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)