मुंबई। आईआईटी बॉम्बे ने अपने यहां होस्टल में रह रहे छात्रों को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने से साफ इंकार किया है और इसके लिए उसने मंगलवार को हॉस्टल के लिए नए नियम तैयार किए हैं। इसमें राष्ट्र विरोधी और गैर सामाजिक गतिविधियों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।
खबरों के मुताबिक, आईआईटी बॉम्बे ने मंगलवार को होस्टल के लिए नई नियमावली (रूल्स) जारी किए हैं। इसमें छात्रों को राष्ट्र विरोधी और गैर सामाजिक गतिविधियों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। पिछले हफ्ते छात्रों के एक समूह ने संस्थान के निदेशक को एक खुला पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने परिसर को गैर राजनीतिक रखने के लिए उनकी आलोचना की थी।
नियमावली (रूल्स) में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि कैंपस के सुरक्षाकर्मियों को उपद्रवियों पर कार्रवाई करने के लिए पूर्ण अधिकार प्राप्त है। स्टूडेंट्स अफेयर्स के एसोसिएट डीन प्रोफेसर जॉर्ज मैथ्यू द्वारा भेजी गई 15 नियमों वाली नियमावली में 10वें पॉइंट में कहा गया है कि यहां रहने वाले लोग किसी भी राष्ट्र विरोधी, गैर सामाजिक या किसी अवांछनीय गतिविधियों का हिस्सा नहीं बनेंगे।
गौरतलब है कि यहां के छात्र सीएए विरोधी प्रदर्शन का हिस्सा रहे हैं, जो कैंपस में दिसंबर के तीसरे सप्ताह से जारी है। यही नहीं, यहां के छात्र जामिया, एएमयू और जेएनयू में हिंसा का शिकार हुए छात्रों संग भी खड़े हुए। जामिया में 15 दिसंबर को हिंसा हुई थी, जिसके बाद एएमयू में 17 दिसंबर को हिंसा हुई और जेएनयू में 5 जनवरी को मास्क पहले हमलावर घुस गए थे।
आईआईटी बॉम्बे के छात्रों को इसका डर है कि अब अगर वो सरकार की किसी नीति या देश में हो रही किसी अप्रिय घटना का विरोध करेंगे, तो उन्होंने देश विरोधी करार दे दिया जाएगा और इन सबके बहाने उनके ऊपर शिकंजा कसा जाएगा।