नई दिल्ली। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के मंदसौर में फायरिंग में किसानों के मारे जाने की घटना को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला किया और कहा कि इस दुखद मामले में उनकी चुप्पी हैरान करने वाली है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि यह दुखद है कि फसलों के दाम मांगने के लिए लड़ रहे किसानों पर गोली चलाई गई। किसानों का संघर्ष अपनी फसलों का वाजिब दाम देने की मांग को लेकर था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने फसल की उचित कीमत देने के बजाय अन्नदाताओं की ही जान ले ली।
उन्होंने कहा कि हैरानी की बात यह है कि प्रधानमंत्री ने घटना के बाद इस बारे में एक भी शब्द नहीं कहा है। घटना को 24 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं लेकिन मोदी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हैं। पिछले 24 घंटें में प्रधानमंत्रीजी ने केवल उत्तान-मंडूकासन के बारे में ट्वीट किया है।
सिंघवी ने कहा कि भाजपा सरकार ने हृदयहीन काम करते हुए अपनी मांगें मनाने के लिए आंदोलन कर रहे भूमिपुत्रों को गोली मारी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के गृहमंत्री स्वीकार कर चुके हैं कि किसानों पर गोली चलाई गई थीं। पुलिस की फायरिंग में छह लोग मारे गए हैं और आठ लोग घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के प्रति असंवेदनशील है और उसी की तरह उसके संस्थान भी असंवेदनशील बनकर काम कर रहे हैं। उनका कहना था कि दूरदर्शन के किसान चैनल को किसानों की दुर्दशा दिखानी चाहिए थी, लेकिन उसने इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने इसे भाजपा का मीडिया प्रबंधन बताया और कहा कि मीडिया प्रबंधन के तहत ही मंदसौर में इंटरनेट जैसी सुविधाएं बंद की गई हैं।
सिंघवी ने कहा कि भाजपा सरकार की असंवेदनशीलता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि पहले कहा गया था कि फायरिंग नहीं हुई लेकिन बाद में उसी सरकार के गृहमंत्री कहते हैं कि किसानों की मौत पुलिस की गोलियों से हुई है। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य लोग किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए वहां जाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी। (वार्ता)