नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि 48 उड़ानों के माध्यम से यूक्रेन से अब तक 10 हजार 300 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। हालांकि 1000 भारतीय अब भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि लगभग 300 भारतीय खारकीव में एवं 700 सुमी में फंसे हुए हैं। 10 हजार 300 लोगों को 48 विमानों के जरिए भारत लाया जा चुका है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अगले 24 घंटों में 16 उड़ानों का कार्यक्रम है। हम दोनों पक्षों से रास्ता तलाशने का अनुरोध कर रहे हैं ताकि हम संघर्ष वाले क्षेत्रों से अपने नागरिकों को बाहर निकाल सकें। बागची ने पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष वाले क्षेत्रों से फंसे भारतीयों को बाहर निकालने के विषय पर कहा कि हम सभी संबद्ध लोगों से संपर्क में हैं।
बागची ने कहा कि हमारा मुख्य जोर पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष वाले क्षेत्रों से भारतीय छात्रों को बाहर निकालना है। मध्य फरवरी में हमारे परामर्श जारी करने के बाद से करीब 20 हजार भारतीय यूक्रेन की सीमा छोड़ चुके हैं। हमने किसी भारतीय को वहां (यूक्रेन में) बंधक बनाए जाने के बारे में नहीं सुना है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा स्थिति के कारण कुछ इलाकों से निकलने में कठिनाई पेश आ रही है, खास तौर पर खारकीव और सुमी क्षेत्र से। युद्धग्रस्त क्षेत्र में कुछ देशों के नागरिकों को रोके जाने एवं बंधक बनाए जाने संबंधी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बयान के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि आपको हमेशा उस व्यक्ति से सवाल पूछना चाहिए जिसने बयान दिया है।
गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक दिन पहले अपने सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ वीडियो कॉल में आरोप लगाया था कि यूक्रेन के राष्ट्रवादी समूह नागरिकों को निकलने से रोक रहे हैं। पुतिन ने दावा किया था कि ये समूह नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, रूसी सेना को उकसाने के लिए गोलीबारी कर रहे हैं।
रूस द्वारा भारतीयों को निकालने के लिए बसों की व्यवस्था करने से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में प्रवक्ता ने कहा कि जिन बसों की बात हो रही है, वे काफी दूर हैं और जिस स्थान पर छात्र हैं, वहां से 50-60 किलोमीटर दूर हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में स्थानीय संघर्ष विराम से मदद मिल सकती है और इसके लिए रास्ता तलाशने के संबंध में हम दोनों देशों से आग्रह कर रहे हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यूक्रेन प्रशासन से आग्रह किया गया है कि खारकीव एवं आसपास के क्षेत्रों से छात्रों को बाहर निकालकर देश के पश्चिमी हिस्से में ले जाने के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था करें।
दो उड़ानें 369 भारतीयों को मुंबई लेकर पहुंची : यूक्रेन में फंसे 369 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया एक्सप्रेस की दो उड़ानें मुंबई पहुंचीं हैं। उन्हें रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के रास्ते निकालकर लाया गया है। एयरलाइन के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
इससे पहले, एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान 185 यात्रियों को बुखारेस्ट से लेकर बृहस्पतिवार-शुक्रवार की दरमियानी रात 2 बजकर 13 मिनट पर यहां पहुंची थी और केंद्रीय मंत्री राव साहेब दानवे ने यात्रियों का स्वागत किया था। दानवे ने यात्रियों से बात करते हुए कहा कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों को वापस लाने तक निकासी अभियान जारी रहेगा।