जयपुर। दक्षिण-पश्चिम मानसून निर्धारित समय से एक दिन पहले ही बुधवार को राजस्थान में प्रवेश कर गया। राज्य के 14 जिलों में मानसून की पहली बारिश हो चुकी है। बीते दस साल में तीसरी बार मानसून समय से पहले राजस्थान पहुंचा है।
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक शिव गणेश ने बताया कि मानसून ने निर्धारित समय से एक दिन पूर्व राज्य में दस्तक दे दी है। पूर्व आकलन के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून को 25 जून को राजस्थान में पहुंचना था।
उन्होंने कहा कि अनुकूल परिस्थितियों के चलते मानसून राज्य के दक्षिणी जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़ से बढ़ते हुए पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जालौर के बाद जैसलमेर और पाली तक पहुंच गया। वहीं पूर्वी राजस्थान के 12 जिलों सिरोही, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, झालावाड़, कोटा, बूंदी, बारां, भीलवाड़ा से होते हुए अजमेर व सवाईमाधोपुर जिलों के कुछ भागों में मानसून ने दस्तक दे दी है।
इस तरह से दक्षिण-पश्चिम मानसून राजस्थान राज्य में प्रवेश कर गया है और कुल मिलाकर 14 जिलों में पूरी तरह और चार जिलों के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर चुका है।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले दस साल के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून ने सबसे पहले 15 जून 2013 को दस्तक दी। इसके बाद साल 2011 और 2016 में यह 22 जून को आया। जबकि 2015 और अब 2020 में यह 24 जून को आया है। पिछले 10 साल के दौरान यह तीसरा वर्ष है जब दक्षिण पश्चिमी मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है।
शिव गणेश के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून के पुनः आगे बढ़ने के लिए मौसमी परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं और जल्दी ही राज्य के और कुछ भागों में पहुंचने की संभावना है। (भाषा)