नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने खतरनाक आवारा कुत्तों को मारने के केरल सरकार के फैसले की आलोचना की है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने केरल सरकार से यह भी पूछा कि कुत्तों के बंध्याकरण के लिए दिया गया धन कहां खर्च कर दिया गया?
मेनका ने कहा कि आप कहते हैं, ' मारो, मारो, मारो।' आप मारते रहिए, वे काटते रहेंगे। कुत्ते खतरनाक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कुत्तों से निपटने के लिए उन्हें मारने के केरल सरकार के फैसले का दुरुपयोग किया जा सकता है।
मेनका ने दावा किया कि यह किसी भी कुत्ते को मारने की छूट देना है। मंत्री ने पूछा कि भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा कुत्तों के बंध्याकरण के लिए केरल सरकार को दिया गया धन कहां है? वह कहां चला गया? मेनका पशु अधिकार कार्यकर्ता भी हैं।
उन्होंने कहा कि कुत्तों को मारना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि अनुचित भी है। इसका सबसे अच्छा समाधान कुत्तों का बंध्याकरण करना है।
उन्होंने कहा कि यदि आप कुत्तों का बंध्याकरण करेंगे तो वे खुश रहेंगे, वे शांत रहेंगे। बंध्याकृत कुत्ता कभी नहीं काटता। उनका टीकाकरण भी किया जाएगा और समस्या खत्म हो जाएगी। (भाषा)