पटना। पूर्वांचल एक्सप्रेस में सफर के दौरान वेज बिरयानी मंगाना एक हाईकोर्ट एडवोकेट को खासा महंगा पड़ गया। अभी दो चार चम्मच खाए ही थे कि उनकी नजर छिपकली पर पड़ गई। उन्होंने तत्काल पैंट्रीकार के स्टाफ से इसकी शिकायत की।
मंगलवार को हावड़ा से दिल्ली जा रही पूर्वा एक्सप्रेस की पैंट्रीकार की बिरयानी में छिपकली मिलने से कैग द्वारा जारी की गई उस रिपोर्ट की भी पुष्टि हो गई जिसमें कहा गया था कि स्टेशनों व ट्रेनों में परोसे जाने वाला खाना इंसान के खाने लायक नहीं है।
इसके बाद अधिवक्ता ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु, रेल मंत्रालय, दानापुर रेल मंडल के डीआरएम व आइआरसीटीसी के ट्विटर हैंडल पर शिकायत करते हुए मेडिकल सुविधा की मांग की। लेकिन, चार घंटे बाद भी पटना जंकशन तक मेडिकल सुविधा मुहैया नहीं कराई गई।
झाझा स्टेशन पहुंचने से पहले ही सिंह की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद सिंह के साथी ने पटना में रहने वाले अपने वकील मित्र से फोन कर सहयोग मांगा। इसके साथ ही पैंट्री मैनेजर और कोच अटेंडेंट के साथ साथ ट्विटर पर शिकायत किया, लेकिन पटना जंकशन पहुंचने तक रेलवे ने मेडिकल सुविधा मुहैया नहीं कराई। बाद में उनके मिश्र ने स्टेशन पर दवा दी और वह टुंडला के लिए रवाना हुआ।
सिंह ने बताया कि खाने में छिपकली मिलने की शिकायत फोटो के साथ ट्विटर हैंडल किया, इसके बावजूद पटना तक मेडिकल सुविधा नहीं दी गई। उन्होंने स्टेशन पर इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई है।