नई दिल्ली। प्रसिद्ध गायक भूपेन हजारिका हमेशा चाहते थे कि उनकी और कल्पना लाजमी की प्रेम कहानी को लोगों के सामने आनी चाहिए, क्योंकि यह रूढ़िवादी समाज में विशेष और अनोखी थी। फिल्मकार लाजमी ने अपने संस्मरण में यह बात लिखी है।
लाजमी का मुंबई में रविवार तड़के 64 साल की उम्र में निधन हो गया। वे और भूपेन हजारिका 40 साल हमराह रहे। हजारिका से पहली दफा मिलते वक्त लाजमी की उम्र केवल 17 साल थी। उस वक्त हजारिका 45 साल के थे।
हाल में रिलीज हुई उनकी आत्मकथा 'भूपेन हजारिका : एस आई न्यू हिम' में लाजमी ने कहा है कि मेरी उनके साथ नजरे मिलीं और पहली नजर में प्यार हो गया... इसका प्रतिबिम्ब मैंने 40 साल बाद भी मैंने उसकी आंखों में देखा, जब उनके जीवन की रोशनी बुझने वाली थी।
हॉपर कालिंस द्वारा प्रकाशित किताब में उन्होंने लिखा है कि हमारी जिंदगी में जवानी से बुजुर्ग होने तक पारस्परिक प्रेम और जुनून की निरंतर यात्रा रही। हमारी जिंदगी में कई अध्याय आए। ...कुछ को हमने संजोए रखा और कुछ ऐसे भी मिले जिनको हम भूलना चाहते हैं।
उन्होंने लिखा है कि भूपेन हजारिका के साथ मेरी प्रेम कहानी अलहदा थी। भूपेन के साथ 40 साल की खुशियों से भरी, व्यक्तिगत और अशांत यात्रा रही जिसने हमारे किरदारों पर गहरा प्रभाव छोड़ा है। हजारिका का 5 नवंबर 2011 को निधन हो गया था। (भाषा)