बेंगलुरु। चौंकिए मत... यह असली महिला नहीं है। दरअसल, यह महिला जैसी दिखने वाली रोबोट है, जिसे मानवरहित गगनयान के माध्यम से अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी की जा रही है। इसे इसरो ने मानवरहित स्पेस उड़ान के लिए विकसित किया है।
इस महिला रोबोट को 'व्योममित्र' नाम दिया गया है। मानव को स्पेस में भेजने से पहले 'व्योममित्र' को भेजा जाएगा। यह रोबोट बिलकुल महिला जैसा दिखता है। फोटो देखकर तो एक बार कोई भी चौंक सकता है। दरअसल, मानव मिशन से पहले मानव जैसे दिखने वाले रोबोट को भेजा जाएगा।
यह रोबोट बहुत सारे काम करने में सक्षम है साथ ही दो भाषाएं भी बोल सकता है। इसरो चीफ के. सिवन ने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर लेना चाहते हैं कि न सिर्फ हमारा उद्देश्य पूर्ण हो बल्कि मिशन में जाने वाले मानव भी सुरक्षित लौटें।
उल्लेखनीय है कि भारत 2022 तक चंद्रमा पर एक मानव मिशन भेजने की तैयारी कर रहा है, जिसे गगनयान मिशन नाम दिया गया है। इसकी लागत करीब 10 हजार करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस मिशन के लिए भेजे जाने वाले दल को रूस में विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी।
सिवन ने बताया कि गगनयान मिशन के लिए 4 एस्ट्रोनॉट का चयन किया गया है, जो इसी महीने ट्रेनिंग के लिए रूस जाएंगे। उन्होंने कहा कि 1984 में राकेश शर्मा ने रूस यान से अंतरिक्ष की यात्रा की थी, लेकिन अब भारतीय अंतरिक्ष यात्री अपने ही यान में उड़ान भरेंगे। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 पर भी तेजी से काम शुरू हो चुका है।