नई दिल्ली। अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप शेयरों में आई भारी गिरावट और संसद में विपक्ष द्वारा लगातार मोदी सरकार को घेरने के बीच वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इससे देश की स्थिति और छवि प्रभावित नहीं हुई है। इस मामले में आरबीआई पहले ही बयान दे चुका है।
हालांकि वित्तमंत्री ने अडाणी मामले में सीधा कुछ भी बोलने से बचते हुए कहा कि इस मामले में एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। जहां तक आईपीओ का सवाल है तो इससे पहले भी आईपीओ वापस लिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में अडाणी ग्रुप ने अपना 20 हजार करोड़ रुपए का आईपीओ वापस ले लिया है।
वित्तमंत्री ने कहा कि हमारा विदेशी मुद्रा भंडार पिछले 2 दिनों में बढ़कर 8 मिलियन डॉलर हो गया है। FII का भी आना-जाना लगा रहता है। शेयरों लगातार गिरावट के चलते अडाणी ग्रुप के मार्केट कैपिटलाइजेश में भारी गिरावट आई है। एक वक्त ऐसा भी आया था जब अडाणी दुनिया के टॉप 20 अरबपतियों की सूची से बाहर हो गए थे।
उल्लेखनीय है कि हिंडनबर्ग द्वारा शेयरों में धोखाधड़ी संबंधी रिपोर्ट के बाद से ही अडाणी ग्रुप की मुश्किलें बढ़ी हुई है। हालांकि अडाणी ग्रुप ने आरोपों से इनकार किया है। विपक्ष लगातार इस मामले में सरकार से जांच की मांग कर रही है।