मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में सेना का एक जवान पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हुए गिरफ्तार किया गया है। जवान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) को पश्चिमी कमान तथा इसके तहत आने वाले कोर और डिवीजन से जुड़ी गोपनीय जानकारी मुहैया करा रहा था।
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यहां बताया कि मेरठ छावनी स्थित सिग्नल रेजिमेंट में सिग्नलमैन पद पर तैनात जवान को पाकिस्तान के लिए जानकारियां जुटाने और साझा करने के आरोप में सेना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जवान से कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की गई हैं।
उन्होंने बताया कि जवान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) को पश्चिमी कमान तथा इसके तहत आने वाले कोर और डिवीजन से जुड़ी गोपनीय जानकारी मुहैया करा रहा था। मेरठ छावनी में यह पहली बार है जब एक सैनिक को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ा गया है। सेना की तमाम खुफिया एजेंसियां इस मामले की जांच में जुटी हैं।
सूत्रों ने बताया कि मूल रूप से उत्तराखंड निवासी यह सैनिक गत दस वर्षों से भारतीय सेना में कार्यरत है। पिछले करीब दस महीनों से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से संबंधित लोगों के संपर्क में था। इस दौरान सेना के कई गोपनीय दस्तावेज व्हाट्सएप से भेजे गए और उसकी पाकिस्तान के कई फोन नंबरों पर भी बात हुई।
आर्मी इंटेलिजेंस को करीब तीन महीने पहले इसकी भनक लगी थी। फोन पर पाकिस्तान से संपर्क में रहने के साथ ही मौका मिलते ही व्हाट्सएप पर एंड-टू-एंड इंसक्रिप्शन के जरिए गोपनीय दस्तावेज भेजा करता था। सेना पकड़े गए सैनिक का नाम उजागर नहीं कर रही है। सिग्नल रेजिमेंट से जुड़े तमाम कार्यालयों में इन दिनों लगातार जांच-पड़ताल की जा रही है।
जासूसी करते पकड़े गए सैनिक के अलावा भी कुछ अन्य सैनिकों से अलग-अलग स्थान पर पूछताछ चल रही है। इस मामले में सेना की ओर से कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की जाएगी। पकड़े गए सिपाही के अलावा अन्य लोगों से भी पूछताछ की जाएगी। (वार्ता)