अरुण जेटली के बजट से नौकरी पेशा वर्ग को उम्मीद थी कि वे आयकर की सीमा ढाई लाख से बढ़ाकर तीन लाख तक करेंगे, लेकिन उन्होंने निराश किया। वित्तमंत्री ने आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है। यदि आपको आयकर छूट लेना है तो पैसा सरकार को देना पड़ेगा अर्थात विभिन्न योजनाओं में पैसा निवेश करना पड़ेगा। सरकार का मानना है कि 4 लाख 44 हजार 200 रुपए तक की टैक्स छूट मिल पाएगी।
हालांकि वित्तमंत्री ने हेल्थ इंश्योरेंस की प्रीमियम 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दी है। यह राशि करमुक्त रहेगी। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा 30 हजार रुपए तक की गई है। 80 सी के अलावा यदि लोग 80 सीसीडी में 50 हजार तक लगाने पर टैक्स में छूट मिलेगी।
वित्तमंत्री ने पेंशन स्कीम पर भी छूट एक लाख से बढ़ाकर डेढ़ लाख रुपए कर दी है। ट्रांसपोर्ट अलाउंस भी 800 से बढ़ाकर 1600 रुपए कर दी गई है। इससे एक वर्ष में 9600 रुपए तक की राशि पर टैक्स की अतिरिक्त छूट मिल सकती है। इसके अलावा सुकन्या योजना में निवेश कर टैक्स में छूट पाई जा सकती है।