कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जिस प्रशिक्षु महिला चिकित्सक (female doctor) की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी, उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट (PM report) से पता चला है कि मौत का प्रमुख कारण 'हाथ से गला घोंटना' था। 9 अगस्त की शाम को किए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि महिला डॉक्टर के शरीर पर 16 बाहरी और 9 आंतरिक चोट के निशान थे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया कि उसके जननांग में जबरदस्ती 'पेनिट्रेशन' के चिकित्सकीय साक्ष्य हैं, जो कि यौन उत्पीड़न की आशंका को दर्शाता है। इसमें कहा गया है कि महिला डॉक्टर की 16 बाहरी चोटों में से उसके गालों, होंठों, नाक, गर्दन, बांहों और घुटनों पर खरोंच के निशान शामिल हैं। उसके निजी अंगों पर भी चोटें थीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी चोट डॉक्टर की मौत से पहले की थीं तथा इसमें 9 आंतरिक घावों का भी उल्लेख किया गया है जिनमें सिर की मांसपेशियों, गर्दन और शरीर के अन्य भागों में हुए घाव भी शामिल हैं।
'पीटीआई-भाषा' ने पहले बताया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर की मौत के पीछे कई लोग शामिल हैं जिसका शव 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था। इस मामले की जांच शुरू में कोलकाता पुलिस ने की थी जिसे बाद में कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया था।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta