पंचकूला। हरियाणा में यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत ने दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की दत्तक पुत्री हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा को शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
सीजेएम रोहित वत्स ने हनीप्रीत की सहयोगी सुखदीप कौर को भी न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। पुलिस ने अदालत से दोनों की हिरासत बढ़ाने की मांग नहीं की। अदालत ने दोनों को अम्बाला सेंट्रल जेल भेजने के आदेश जारी करने के साथ ही कहा कि वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अब अदालत में पेश होंगी।
इससे पहले पुलिस ने दोनों का तीन दिन का पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद आज उन्हें पुन: अदालत में पेश किया। इससे पूर्व इसी अदालत ने गत दस अक्टूबर को दोनों का छह दिन का पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद उन्हें फिर से तीन दिन पुलिस रिमांड पर भेजा था।
हनीप्रीत को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गत तीन अक्टूबर को पंजाब के जीरकपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया था। उसके साथ उसकी सहयोगी बठिंडा निवासी सुखदीप कौर को हिरासत में लिया गया था जिसके घर हनीप्रीत बठिंडा में पुलिस से बचते हुए ठहरी हुई थी। दोनों को चार अक्टूबर को अदालत में पेश किया गया, जहां से इन्हें दस अक्टूबर तक पुलिस हिरासत पर भेजने के आदेश दिए गए थे।
उल्लेखनीय है कि डेरा प्रमुख को गत 25 अगस्त को दो साध्वियों के यौन शोषण मामले में अदालत के दोषी करार देने के बाद गिरफ्तार कर हेलीकॉप्टर से जब रोहतक की सुनारिया जेल ले जाया गया था तो उस समय हनीप्रीत उसके साथ ही गई थी। डेरा प्रमुख ने हनीप्रीत को जेल में उसके साथ ही रहने का पुलिस से अनुरोध किया था, जिसे अस्वीकार किए जाने के बाद हनीप्रीत वहां से लापता हो गई थी।
डेरा प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद पंचकूला और सिरसा में डेरा समर्थकों की बड़े पैमाने पर हिंसा, आगजनी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओं में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 250 से अधिक ज्यादा घायल हो गए थे और अनेक सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचाया था।
पुलिस ने हिंसा की घटनाओं तथा डेरा प्रमुख को अदालत से फरार कराने की साजिश में कथित तौर पर संलिप्तता को लेकर हनीप्रीत के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कर लुकआउट नोटिस जारी किया था। (वार्ता)