चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की विश्वासपात्र हनीप्रीत इंसां को डेरा प्रमुख को बलात्कार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद हुई हिंसा की जांच के सिलसिले में आज भठिंडा और श्री गंगानगर ले गई।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने डेरा की चैयरपर्सन विपासना इंसां को कल जांच में शामिल होने के लिए एक नोटिस जारी किया है।
पंचकूला के पुलिस आयुक्त एएस चावला ने बताया, ‘विशेष जांच दल (एसआईटी) हनीप्रीत इंसां को मामले की जांच के सिलसिले में श्री गंगानगर और भठिंडा लेकर गया।’ हालांकि उन्होंने इस संबंध में विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया।
पुलिस 25 अगस्त को बलात्कार के एक मामले में डेरा प्रमुख को दोषी ठहराए जाने के बाद पंचकूला में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के सिलसिले में हनीप्रीत इंसां की भूमिका की जांच कर रही है।
इस बीच पंचकूला पुलिस ने डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना इंसां को कल जांच में शामिल होने के लिए एक नोटिस जारी किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विपासना इंसां कल चिकित्सा कारणों का हवाला देते हुए पंचकूला पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुई थी।
पुलिस को विपासना से 25 अगस्त की हिंसा के सिलसिले में पूछताछ करनी थी। इस हिंसा में केवल पंचकूला में ही 35 लोगों की मौत हो गई थी।
इससे पूर्व चावला ने कहा था कि 36 वर्षीय हनीप्रीत इंसां भ्रमित कर रही है और जांच के दौरान पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रही है। हनीप्रीत इंसां का वास्तविक नाम प्रियंका तनेजा है और उसे हरियाणा पुलिस ने तीन अक्टूबर को गिरफ्तार किया था।
पंचकूला की एक अदालत ने कल उसकी पुलिस रिमांड 13 अक्टूबर तक बढ़ा दी थी। हिंसा के संबंध में राज्य पुलिस द्वारा ‘वांछित’ 43 लोगों की सूची में वह शीर्ष पर थी।
डेरा प्रमुख को दोषी ठहराए जाने के बाद पंचकूला और सिरसा में हिंसा हुई थी, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई थी। सिरसा में ही डेरा मुख्यालय है। गुरमीत को दो महिलाओं के साथ बलात्कार के मामले में 20 वर्ष जेल की सजा सुनाई गई है। (भाषा)