Jharkhand news in hindi : झारखंड में रैली में हेमंत सोरेन ने रविवार को कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ संथालों के विद्रोह की तरह हम सामंती ताकतों को भगाने के लिए विद्रोह का ऐलान करते हैं। सोरेन ने कहा कि जेल से मेरी रिहाई के बाद भाजपा घबरा गई है, पार्टी के शीर्ष नेता फिर से मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं।
मेरी रिहाई के बाद घबरा गई भाजपा : उन्होंने कहा कि मुझे झूठे मामलों में फंसाया गया, केंद्र सरकार उसके खिलाफ आवाज उठाने वालों को प्रताड़ित करने के लिए जांच एजेंसियों को लगाती है। उन्होंने कहा कि जेल से मेरी रिहाई के बाद भाजपा घबरा गई है, पार्टी के शीर्ष नेता फिर से मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं। हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड क्रांतिकारियों की भूमि के रूप में जाना जाता है, हम जेल, लाठी या फांसी से नहीं डरते।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में कहा कि आज 30 जून का ये दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन को हमारे आदिवासी भाई-बहन 'हूल दिवस' के रूप में मनाते हैं। यह दिन वीर सिद्धो-कान्हू के अदम्य साहस से जुड़ा है, जिन्होंने विदेशी शासकों के अत्याचार का पुरजोर विरोध किया था।
अंग्रेजों का जी-जान से मुकाबला किया : उन्होंने कहा कि वीर सिद्धो-कान्हू ने हजारों संथाली साथियों को एकजुट करके अंग्रेजों का जी-जान से मुकाबला किया, और जानते हैं ये कब हुआ था? ये हुआ था 1855 में यानी ये 1857 में भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से भी 2 साल पहले हुआ था। तब झारखंड के संथाल परगना में हमारे आदिवासी भाई-बहनों ने विदेशी शासकों के खिलाफ हथियार उठा लिया था।
Edited by : Nrapendra Gupta