नई दिल्ली। कर्नाटक और केरल में रविवार को भारी बारिश हुई। दोनों राज्यों के 8 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, वहीं ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा का कम दबाव का एक क्षेत्र बन गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को उमसभरी गर्मी रही और यहां अगले 2-3 दिन तक बारिश के आसार नहीं हैं। पिछले 12 दिन से दिल्ली में बारिश नहीं हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सितंबर में अब तक 78 फीसदी कम बारिश हुई है, वहीं रविवार को भारी बारिश के कारण केरल के 8 जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया। मौसम विभाग ने राज्य के 10 जिलों में सोमवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार रविवार सुबह तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का एक क्षेत्र बन गया है। कर्नाटक के एर्नाकुलम जिले के अधिकारियों ने कहा कि मुवत्तुपुझा नदी बाढ़ के स्तर तक पहुंच रही है जिससे एर्नाकुलम और कोट्टायम जिलों में बाढ़ आने की आशंका है। पड़ोसी राज्य तेलंगाना में सोमवार को अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
विज्ञप्ति के अनुसार आदिलाबाद, करीमनगर, निजामाबाद, वारंगल और खम्मम में बारिश होने की संभावना है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार सभी पुलिस अधीक्षकों और जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव क्षेत्र बनने से ओडिशा के कुछ हिस्सों में अगले 3 दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है। इस मौसम में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं की संभावना को देखते हुए मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 22 सितंबर तक ओडिशा तट पर नहीं जाएं और समुद्र में नहीं उतरें।
कर्नाटक में बारिश ने बरपाया कहर : कर्नाटक के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने कहर बरपाया है, इसके बाद राज्य सरकार ने रविवार को आपदा मोचन बल के जवानों को राहत एवं बचाव कार्यों में लगाया है। सबसे अधिक उडुपी जिला प्रभावित हुआ है, खासतौर से तटीय उडुपी, जहां मकान एवं फसलें डूब गई हैं।
कर्नाटक प्रदेश प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि अगले 2 दिनों में मलनाड, तटीय क्षेत्र एवं कुछ आंतरिक एवं उत्तरी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के दूसरे दौर ने राज्य को बुरी तरह प्रभावित किया है। प्रदेश में कोरोनावायरस महामारी के बीच उत्तर कर्नाटक, मलनाड एवं तटीय क्षेत्र में आए बाढ़ से राज्य पूरी तरह उबर नहीं पाया है।
निगरानी केंद्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उडुपी में स्थिति बदतर हो गई है, क्योंकि कुछ गांव पानी में डूब गए हैं, मकान ध्वस्त हो गए हैं, सड़कें टूट गई हैं, खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। (भाषा)