मोरबी। गुजरात के मोरबी जिले में मच्छू नदी पर बना 140 साल पुराना सस्पेंशन केबल ब्रिज के रविवार शाम ढह जाने से एक बड़ा हादसा हो गया। इसमें अब तक करीब 141 लोगों की मौत हो चुकी है। आधिकारिक रूप से 134 की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मरने वालों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। अब तक 177 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। कई घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। घटना से जुड़ा लाइव अपडेट-
केवड़िया में मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- सरकार हर तरह से पीड़ित परिवारों के साथ है। गुजरात सरकार कल शाम से ही राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। केंद्र सरकार से गुजरात सरकार को हर संभव मदद दी जा रही है। NDRF और सेना तैनात है। मैं यहां एकता नगर में हूं लेकिन मेरा मन मोरबी के पीड़ितों से जुड़ा हुआ है। हादसे में जिन लोगों ने जान गंवाई है मैं उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल दूसरी बार घटनास्थल पहुंचे। कल अस्पताल में घायलों से की थी मुलाकात...
गहलोत ने कहा जांच हो : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने माउंट आबू में कहा यह बहुत दुखद घटना है। किस कारण से ये पुल नीचे गिरा, इस पर सरकार को निष्पक्ष जांच के आदेश देने चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध करवाया जाए।
मोरबी केबल ब्रिज हादसे को लेकर पुलिस ने लिया एक्शन, पुल ढहने के मामले में 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मोरबी पुल मामले हादसे की जांच के लिए एसआईटी की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। मीडिया खबरों के मुताबिक कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मोरबी जा सकते हैं, वे पीड़ितों के परिवार से मिल सकते हैं।
राष्ट्रपति पुतिन ने जताया दु:ख : रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने गुजरात के मोरबी शहर में मच्छु नदी पर बने केबल पुल हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। रूस की एक समाचार एजेंसी टीएएसएस के मुताबिक, पुतिन ने हादसे में जान गंवाने वाले पीड़ितों के प्रियजनों और दोस्तों के प्रति सहानुभूति और समर्थन व्यक्ति किया और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
जज करें मामले की जांच : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुजरात के मोरबी में पुल टूटने के कारण 100 से अधिक लोगों की मौत पर दुख जताते हुए सोमवार को कहा कि इस घटना की जांच हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के किसी सेवानिवृत न्यायधीश के नेतृत्व में होनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या कारण है कि मरम्मत के बाद खोले जाने के कुछ दिनों बाद ही यह पुल टूट गया?