जम्मू। श्रीनगर में कड़ी सुरक्षा के बावजूद हरिसिंह हाई स्ट्रीट के पास आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका है। इस हमले में 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह ग्रेनेड अटैक तब हुआ है, जब घाटी में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम बेहद सख्त हैं और हर जगह जवानों की सघन तैनाती की गई है।
घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां इलाज जारी है। विस्फोट स्थल से करीब 300 मीटर की दूरी पर ही नागरिक सचिवालय है। आतंकियों ने जहांगीर चौक को हरिसिंह हाई स्ट्रीट से जोड़ने वाली सड़क पर तैनात सीआरपीएफ के जवानों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड फेंका। ग्रेनेड जवानों से दूर सड़क पर गिरा और इससे हुए जोरदार धमाके की चपेट में वहां से गुजर रहे लोग भी आ गए।
इसके अलावा वहां कई गाड़ियों को भी क्षति पहुंची है। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि जिस जगह आतंकियों ने हमला किया है, वहां अलगाववादियों व आतंकियों के फरमान के बावजूद सुबह-शाम दुकानें खुलती हैं और दिनभर ठेलों पर सामान बेचने वाले मौजूद रहते हैं। इस इलाके में दिनभर लोगों की भीड़ लगी रहती है। घटना के तत्काल बाद ही मौके पर भारी मात्रा में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
घटनास्थल पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ-साथ सुरक्षबलों की टीम मौजूद है। सुरक्षाबल ग्रेनेड अटैक के बारे में पड़ताल कर रहे हैं। भारतीय सेना ने आतंकियों की तलाश में इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इससे पहले दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने 5 अक्टूबर को ग्रेनेड हमला किया था। डीसी ऑफिस के बाहर किए गए हमले में एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी और एक पत्रकार समेत 14 लोग घायल हुए थे।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि आतंकी घाटी के अन्य जिलों में भी भीड़भाड़ वाले स्थानों पर हमले कर सकते हैं। इसके मद्देनजर घाटी के लगभग सभी जिला मुख्यालयों और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा पुख्ता कर दी गई है। सड़कों पर नाके लगाकर हर आने-जाने वाले की तलाशी ली जा रही है।